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सोनभद्र : गुमनामी की जिंदगी जी रहा है यह अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेटर

सोनभद्र में एक दिव्यांग क्रिकेटर ने जिले का ही नहीं बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है. लेकिन लव वर्मा सरकारी उपेक्षा का शिकार है. लव वर्मा का कहना है कि दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दें.

जानकारी देते दिव्यांग क्रिकेटर लव वर्मा.
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Published : Apr 2, 2019, 10:12 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र : नीति आयोग द्वारा देश के 115 अति पिछड़े जिलों की सूची में शामिल जनपद सोनभद्र में सीमित संसाधन के बावजूद यहां की प्रतिभा अपना स्थान राष्ट्रीय स्तर पर देने में कटिबद्ध है. इसी प्रतिबद्धता को लेकर संकल्पित एक दिव्यांग क्रिकेटर ने जिले का ही नहीं बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है.

जानकारी देते दिव्यांग क्रिकेटर लव वर्मा.


यह दिव्यांग खिलाड़ी लव वर्मा है, जो दिसंबर 2014 में श्रीलंका दौरे पर गए, जिसमें मैन ऑफ द सीरीज से पुरस्कृत हुए थे और भारत सीरीज 3-0 से जीता. इसके बाद 2015 में 5 देशों की एशिया कप में जीत हासिल किया. बांग्लादेश और भारत के बीच सीरीज रांची में हुई, जिसमें भारत की जीत हुई. लव वर्मा को बेस्ट फील्डर का अवार्ड मिला था.


इसके बाद 2017 में बांग्लादेश का दौरा किया, जिसमें श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच सीरीज हुआ था. इसमें भारत-बांग्लादेश संयुक्त विजेता थी. इसके बाद 12 से 14 मार्च 2019 को भारत और नेपाल के बीच तीन मैचों की सीरीज हुई, जिसमें 3-0 से मैच जीता था.


लव वर्मा का कहना है कि आज देश में सभी खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए प्रधानमंत्री ने जिस सम्मान के साथ विकलांगों को दिव्यांग शब्द से संबोधित करके दिव्यांगों को सम्मानित किया. उसी तरह दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दें.


लव वर्मा के पिताजी अनपरा पॉवर कार्पोरेशन में नौकरी करते है और लव वर्मा क्रिकेट को अपना जीवन मानकर जिले ही नहीं देश का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करना चाहते हैं. यही कारण है कि लव वर्मा सबसे पहले सोनभद्र क्रिकेट ऐसोसिएशन में अपने चयन के लिए ओबरा गए, जहां सेलेक्टर इनकी प्रतिभा को देखकर अपने आप को नहीं रोक पाए और इनका सेलेक्शन हुआ.


सोनभद्र क्रिकेट एसोसिएशन के जिला सचिव ने बताया कि इनके अंदर वह प्रतिभा थी, जिसके बल पर आगे गए हैं. हम लोग तो हर खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हैं. अब लव वर्मा इस बात को मानते हैं यही उनकी महानता है.

सोनभद्र : नीति आयोग द्वारा देश के 115 अति पिछड़े जिलों की सूची में शामिल जनपद सोनभद्र में सीमित संसाधन के बावजूद यहां की प्रतिभा अपना स्थान राष्ट्रीय स्तर पर देने में कटिबद्ध है. इसी प्रतिबद्धता को लेकर संकल्पित एक दिव्यांग क्रिकेटर ने जिले का ही नहीं बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है.

जानकारी देते दिव्यांग क्रिकेटर लव वर्मा.


यह दिव्यांग खिलाड़ी लव वर्मा है, जो दिसंबर 2014 में श्रीलंका दौरे पर गए, जिसमें मैन ऑफ द सीरीज से पुरस्कृत हुए थे और भारत सीरीज 3-0 से जीता. इसके बाद 2015 में 5 देशों की एशिया कप में जीत हासिल किया. बांग्लादेश और भारत के बीच सीरीज रांची में हुई, जिसमें भारत की जीत हुई. लव वर्मा को बेस्ट फील्डर का अवार्ड मिला था.


इसके बाद 2017 में बांग्लादेश का दौरा किया, जिसमें श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच सीरीज हुआ था. इसमें भारत-बांग्लादेश संयुक्त विजेता थी. इसके बाद 12 से 14 मार्च 2019 को भारत और नेपाल के बीच तीन मैचों की सीरीज हुई, जिसमें 3-0 से मैच जीता था.


लव वर्मा का कहना है कि आज देश में सभी खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए प्रधानमंत्री ने जिस सम्मान के साथ विकलांगों को दिव्यांग शब्द से संबोधित करके दिव्यांगों को सम्मानित किया. उसी तरह दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दें.


लव वर्मा के पिताजी अनपरा पॉवर कार्पोरेशन में नौकरी करते है और लव वर्मा क्रिकेट को अपना जीवन मानकर जिले ही नहीं देश का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करना चाहते हैं. यही कारण है कि लव वर्मा सबसे पहले सोनभद्र क्रिकेट ऐसोसिएशन में अपने चयन के लिए ओबरा गए, जहां सेलेक्टर इनकी प्रतिभा को देखकर अपने आप को नहीं रोक पाए और इनका सेलेक्शन हुआ.


सोनभद्र क्रिकेट एसोसिएशन के जिला सचिव ने बताया कि इनके अंदर वह प्रतिभा थी, जिसके बल पर आगे गए हैं. हम लोग तो हर खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हैं. अब लव वर्मा इस बात को मानते हैं यही उनकी महानता है.

Intro:Anchor- नीति आयोग द्वारा देश के 115 अति पिछड़े जिलों की सूची में शामिल जनपद सोनभद्र में सीमित संसाधन के बावजूद यहां की प्रतिभा अपना स्थान राष्ट्रीय स्तर पर देने में कटिबद्ध है इसी प्रतिबद्धता को लेकर संकल्पित एक दिव्यांग क्रिकेटर खिलाड़ी आज जिले का ही नहीं देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया है यह दिव्यांग खिलाड़ी है जनपद सोनभद्र के अनपरा कॉलोनी के लव वर्मा। सीमित संसाधनों के बावजूद इस मुकाम पर पहुंचे लव वर्मा ने बताया डिसेबल स्पोर्टिंग सोसायटी नीति आयोग भारत सरकार द्वारा संचालित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के द्वारा देश ही नहीं विदेशों में भी क्रिकेट खेलकर जिला, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है ।लव वर्मा दिसंबर 2014 में श्रीलंका दौरे पर गए जिस में मैन ऑफ द सीरीज से पुरस्कृत हुए थे और भारत सीरीज 3-0 से जीता ,इसके बाद 2015 में 5 देशों की एशिया कप में जीत हासिल किया। बांग्लादेश और भारत के बीच सीरीज रांची में हुआ जिसमें भारत की जीत हुई और लववर्मा को बेस्ट फील्डर का अवार्ड मिला था ,इसके बाद 2017 में बांग्लादेश के दौरा किया जिसमें श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच सीरीज हुआ था जिसने भारत -बांग्लादेश संयुक्त विजेता थी। इसके बाद 12 से 14 मार्च 2019 को भारत और नेपाल के बीच तीन मैचों की सीरीज हुई जिसमें 3-0 से मैच जीता था और दूसरे मैच में कप्तानी किया था। वर्तमान समय में भारतीय दिव्यांग टीम के उपकप्तान हैं ।आज देश में सभी खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसलिए प्रधानमंत्री को चाहिए कि जिस सम्मान के साथ विकलांगों को दिव्यांग शब्द से संबोधित करके दिव्यांगों को सम्मानित किया है उसी तरह दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दें।


Body:Vo1-प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही विकलांगों को दिव्यांग नाम से सम्मानित किया,देश के तमाम विकलांगो में एक उम्मीद जगी और देश के लिए कुछ करने की ठान लिया उसी में से एक है अति पिछड़े जनपद सोनभद्र के अनपरा कालोनी निवासी लव वर्मा।इनके पिताजी अनपरा पॉवर कारपोरेशन में नौकरी करते है और लव वर्मा क्रिकेट को अपना जीवन मानकर जिले ही नही देश का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करना चाहते है यही कारण है कि लव वर्मा सबसे पहले सोनभद्र क्रिकेट ऐसोसिएशन में अपने चयन के लिए ओबरा गए जहां सेलेक्टर इनकी प्रतिभा को देखकर अपने आप को नही रोक पाए और इनका सेलेक्शन हो गया।फिर लव वर्मा पीछे मुड़ कर नही देखे,एक के बाद एक कंपडीशन देते रहे और उनका चयन होता रहा और आज दिव्यांग क्रिकेट टीम के उप कप्तान है और अंतराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेल रहे है।सोनभद्र क्रिकेट एसोसिएशन के जिला सचिव ने बताया कि इनके अंतर वह प्रतिभा थी जिसके बल पर आगे गए है हम लोग तो हर खिलाड़ियों को सपोर्ट करते है अब लव वर्मा इस बात को मानते है यही इनकी महानता है।

Byte-रियाज खान(सोनभद्र क्रिकेट एसोसिएशन सेलेक्शन समिति के जिला सचिव)


Conclusion:Vo2-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेल रहे लव वर्मा ने बताया डिसेबल स्पोर्टिंग सोसायटी नीति आयोग भारत सरकार द्वारा संचालित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के द्वारा देश ही नहीं विदेशों में भी क्रिकेट खेलकर जिला, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है । दिसंबर 2014 में श्रीलंका दौरे पर गए थे जिसमें मैन ऑफ द सीरीज से पुरस्कृत हुए थे और भारत सीरीज 3-0 से जीता ,इसके बाद 2015 में 5 देशों की एशिया कप में जीत हासिल किया। बांग्लादेश और भारत के बीच सीरीज रांची में हुआ जिसमें भारत की जीत हुई और लववर्मा को बेस्ट फील्डर का अवार्ड मिला था।इसके बाद 2017 में बांग्लादेश के दौरा किया जिसमें श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच सीरीज हुआ था जिसने भारत -बांग्लादेश संयुक्त विजेता थी। इसके बाद 12 से 14 मार्च 2019 को भारत और नेपाल के बीच तीन मैचों की सीरीज हुई जिसमें 3-0 से मैच जीता था और दूसरे मैच में कप्तानी किया था। वर्तमान समय में भारतीय दिव्यांग टीम के उपकप्तान हैं ।आज देश में सभी खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसलिए प्रधानमंत्री को चाहिए कि जिस सम्मान के साथ विकलांगों को दिव्यांग शब्द से संबोधित करके दिव्यांगों को सम्मानित किया है उसी तरह दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी दें।
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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