सोनभद्र: जिले के बिच्छी गांव के रहने वाले 41 वर्षीय सफाईकर्मी रामप्रवेश यादव सोमवार को ड्यूटी करके दूसरी जगह ड्यूटी करने जा रहे थे. इस दौरान मोटरसाइकिल से उनका एक्सीडेंट हो गया और उनकी मौत हो गई. वहीं मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पर शव का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे सफाईकर्मियों ने उच्च अधिकारियों पर शोषण करने का आरोप लगाया. सफाईकर्मियों ने कहा कि यदि अब उनकी ड्यूटी बिना लिखित आदेश के लगाई जाएंगी तो वह बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे.
पोस्टमार्टम हाउस पर सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष सफाईकर्मी पहुंचे. उन्होंने अपने साथी की मृत्यु पर शोक जताया और पोस्टमार्टम हाउस पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों पर शोषण करने का आरोप लगाया.
वीआईपी ड्यूटी के नाम पर होता है शोषण
सोनभद्र के सफाई कर्मचारी जिलाध्यक्ष रवि प्रकाश का कहना है कि ड्यूटी सेवा नियमावली के अनुसार ठंड के मौसम में 8 से 3 और उसके बाद 7 से 2 गर्मी में हमारी ड्यूटी होनी चाहिए, लेकिन कभी भी औचक, वीआईपी ड्यूटी के नाम पर इतना शोषण होता है कि कोई मंत्री आने वाला हो तो रात के 8 बजे और 10 बजे ड्यूटी लगा दी जाती है.
बिना लिखित आदेश के कहीं भी नहीं करेंगे ड्यूटी
उन्होंने कहा कि जहां पर जनपद में काम करने के लिए कोई कर्मी नहीं होता, वहां सफाईकर्मी को फिट कर दिया जाता है. इन लोगों के शोषण के बाद कर्मचारियों ने तय किया है कि बिना लिखित आदेश के कहीं भी नहीं जाएंगे. इसके लिए अगर लोग संवेदनशील नहीं होते तो प्रदर्शन करेंगे.
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लिखित रूप से करें सूचित
पूरे उत्तर प्रदेश में एक लाख सफाई कर्मचारी तैनात हैं. लगभग 1400 सोनभद्र में हैं. उत्तर प्रदेश ग्रामीण सफाई योजना के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति सिंह ने कहा कि जब अन्य अधिकारी कहीं जाते हैं तो लिखित रूप से अपने उच्च अधिकारियों को सूचित करते हैं. लेकिन जब भी कोई मंत्री आता है, कोई वीआईपी आता है तो हम लोगों को मौखिक रूप से लगा दिया जाता है. हम लोग भी राज्य कर्मचारी हैं.