सोनभद्र: उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश जारी किया गया है कि वह आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका, जिनकी उम्र 62 वर्ष से अधिक हो गई है, इन लोगों को चिन्हित करें और इसकी रिपोर्ट शासन को भेजें. दरअसल शासन की मंशा है कि 62 वर्ष से अधिक उम्र की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की सेवा समाप्त कर उनके स्थान पर नई नियुक्ति की जाए, जिससे ऑनलाइन से लेकर अन्य किसी प्रकार की समस्या न आए. हालांकि जिले में 62 वर्ष से अधिक उम्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को चिन्हित करने का कार्य करीब पूरा हो चुका है. जल्द ही इनको नोटिस देकर मानदेय रोकते हुए इनकी सेवा समाप्त की जाएगी और शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी.
अधिक उम्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की होगी सेवा समाप्त
उत्तर प्रदेश सरकार ने 62 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को सेवानिवृत्त किए जाने का आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश के मद्देनजर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से 62 वर्ष पूरे कर चुकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं का चिन्हांकन जनपद में पूरा हो चुका है. जनपद में कुल 300 ऐसे कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया गया है, जिनकी सेवा समाप्त की जाएगी. हालांकि सेवा समाप्त करने के बाद आंगनबाड़ी केंद्र संचालन और पोषाहार वितरण में किसी प्रकार की दिक्कत न हो उसके मद्देनजर आसपास के आंगनबाड़ियों एवं सहायिकाओं को संबंधित केंद्र का चार्ज दिया जाएगा. इस संबंध में विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जिन केंद्रों पर सेवा समाप्त की जाएगी, वहां पर जल्द ही कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी.
जल्द पूरी होगी भर्ती प्रक्रिया
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि विशेष सचिव बाल विकास परियोजना का निर्देश और 2012 का शासनादेश है. उसी शासनादेश के आधार पर 62 वर्ष से अधिक उम्र की जो भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका हैं, उनकी सेवा समाप्त की जाएगी और उनको एक नोटिस सीडीपीओ द्वारा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसकी सूचना एकत्रित की जा चुकी है. 300 के लगभग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका चिन्हित किए गए हैं, जिनकी सेवा समाप्त होने इनका मानदेय रोका जाना है. यह प्रक्रिया इसी सप्ताह पूरा कर ली जाएगी उनके स्थान पर फिलहाल पास की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या किसी अन्य को वहां का चार्ज दिया जाएगा और उससे आंगनवाड़ी केंद्र संचालित कराया जाएगा और पोषाहार का वितरण कराया जाएगा. अजीत कुमार सिंह ने बताया कि भर्ती का शासनादेश आ गया है उसमें कुछ देरी है, जो कि निदेशालय को प्रेषित की गई है. उसका जवाब आते ही जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी.