सोनभद्र: जिला कारागार में बंद एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है. आरोपी बीती 11 जुलाई से अपने ही जीजा की हत्या के मामले में जिला कारागार में बंद था. पुलिस ने बताया कि आरोपी के सिर में गंभीर चोट के निशान हैं, लेकिन चोट कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हुआ है. वहीं जेल प्रशासन की सूचना पर प्रशासन देर रात्रि मौके पर पहुंचा और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया.
मिर्जापुर जिले के अहरौरा निवासी बद्री मौर्य (55) पुत्र अंतू मौर्या सोनभद्र के सुकृत चौकी क्षेत्र के बन्तरा गांव में हाईवे के किनारे गिट्टी-बालू की बिक्री का व्यवसाय करता था. वहीं बगल में उसके जीजा सीताराम की भी गिट्टी-बालू की ही दुकान थी. दोनों में काफी समय से व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता चल रही थी और लेनदेन को लेकर भी विवाद था. बीती नौ जुलाई की रात बद्री ने अपनी दुकान में सो रहे अपने जीता सीताराम पर तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया और वाराणसी में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
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पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक बद्री मौर्या के सिर में चोट के निशान मिले हैं, लेकिन यह चोट कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका है. जेल प्रशासन की सूचना पर पुलिस मौके पर गयी थी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस घटना के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है.
सोनभद्र जिला कारागार में कैदी की मौत का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी मई महीने में जिला कारागार में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में विचाराधीन बंदी ने पानी की पाइप से लटककर आत्महत्या करने का प्रयास किया. बंदी रक्षकों के आनन फानन में कैदी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.