सोनभद्र: म्योरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत परनी गांव के पास स्वास्थ्य विभाग की उस समय पोल खुल गई, जब फोन करने के चार घंटे बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी. महिला ने बच्चे को घर पर ही जन्म दे दिया. मृतका के पति रमाशंकर गौड़ ने बताया कि गुरुवार को मेरी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने लगी. मैंने तत्काल 102 एम्बुलेंस पर फोन लगाया. फोन रिसीव करने वाले ने कहा कि 20 मिनट में एंबुलेंस आपको मिल जाएगी, लेकिन एक घंटे बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई.
रमाशंकर गौड़ ने बताया कि इसके बाद गांव की आशा बहू रीना द्वारा पुनः 102 एंबुलेंस को फोन लगाया गया. फोन रिसीव करने वाले ने बताया कि एंबुलेंस जिला अस्पताल गई है. अभी आने में चार घंटे लगेंगे. इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया. जन्म के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य थे. कुछ देर पर महिला को रक्तस्राव ज्यादा होने लगा.
रमाशंकर गौड़ ने ग्राम प्रधान मनोज यादव को मामले की जानकारी दी. ग्राम प्रधान ने तत्काल एक गाड़ी रमाशंकर के घर भेजी. आनन-फानन में महिला को म्योरपुर सीएचसी ले जाने लगे. तभी रास्ते में ही महिला बेहोश हो गई. अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया.
सीएचसी अधीक्षक डॉ. शिशिर ने बताया कि मृतका का नाम सोनकुवर पत्नी रमाशंकर गौड़ उम्र 32 वर्ष है. परिजनों द्वारा महिला को मृत अवस्था में लाया गया था. एम्बुलेंस के समय पर न मिलने के सवाल पर उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस की मॉनिटरिंग लखनऊ से होती है. मैंने शासन को पत्र लिखा है. सीएचसी पर तैनात डॉ. डी.के चतुर्वेदी ने बताया कि महिला मृत अवस्था मे लाई गई थी. जन्में नवजात बच्चे का चेकअप कर के पिता को सुपुर्द कर दिया गया है.