सोनभद्र: प्रदेश में लगातार हो रही दुष्कर्म की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं. इसके बावजूद प्रशासन इन मामलों में लगातार संवेदनहीन बना हुआ है. ऐसा ही एक मामला ओबरा थाना क्षेत्र से आया है. जहां 8 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है. गौरतलब है कि जब ओबरा पुलिस मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंची तो जिला अस्पताल में डॉक्टर के मौजूद न होने के चलते उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा. जब पुलिसकर्मियों ने आला अधिकारियों को घटना की जानकारी दी तो ओबरा थाना अध्यक्ष के साथ एसपी डॉ. यशवीर सिंह भी जिला अस्पताल पहुंचे. जिसके बाद एसपी ने पूरे मामले से सीएमओ को अवगत कराया.
एसपी के फोन करने पर हाफ-पैंट टीशर्ट में जिला अस्पताल पहुंचे सीएमओ
3 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब जिला अस्पताल में मासूम दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल नहीं हुआ तो ओबरा थाना अध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा जिला अस्पताल पहुंच गए. उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से तत्काल पीड़िता का मेडिकल करने का आग्रह किया लेकिन बात बनती न देख कर एसपी को सूचना दी तो एसपी भी जिला अस्पताल पहुंच गए. जिला अस्पताल में डॉक्टर न होने और अव्यवस्था की जानकारी उन्होंने तत्काल सीएमओ को दी तो सीएमओ भी आनन-फानन में हाफ-पैंट शर्ट में जिला अस्पताल पहुंच गए. वहां पर मेडिकल के लिए डॉक्टर न देखकर वह भी हैरान रह गए और उन्होंने सीएमएस से फोन पर बात की. इसके बावजूद भी मेडिकल के लिए महिला डॉक्टर भेजने की बात कहकर सीएमएस जिला अस्पताल नहीं पहुंचे.
ओबरा थानाध्यक्ष मिथिलेश मिश्रा ने बताया की जिला अस्पताल से लगभग 70 किलोमीटर दूर से पीड़िता को लेकर पहुंचे थे, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बावजूद भी पीड़िता का मेडिकल नहीं हो सका है.
जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर भड़के सीएमओ
एसपी के फोन के बाद आनन-फानन में सीएमओ आर एस ठाकुर जिला अस्पताल पहुंच गए और उन्होंने अस्पताल में अव्यवस्था देखकर सीएमएस से फोन पर बात की. सीएमएस ने उन्हें डॉक्टर भेजने का आश्वासन दिया, लेकिन घंटों तक इंतजार के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे. सीएमओ ने सीएमएस पर अपनी जिम्मेदारियों से बचने और जिला अस्पताल में अव्यवस्था का आरोप लगाया. सीएमओ ने कहा कि जिला अस्पताल की हर समस्या के लिए उन्हें ही फोन किया जाता है. सीएमएस ने आज लापरवाही की हद कर दी वह इस मामले में कार्रवाई करेंगे.
बहराल देर रात्रि तक दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल नहीं हो सका था और सीएमओ मौके पर ही डटे हुए थे. सीएमओ के मौके पर मौजूद होने के बावजूद भी जिला अस्पताल में अव्यवस्था का माहौल था। इस दौरान जिला अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति रही.
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