सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित जनपद 4 राज्यों की सीमाओं से सटा हुआ है. लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रांतों से आने वाले लोग सोनभद्र के रास्ते से होकर जा रहे हैं. इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से सभी लोगों को रोककर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत बसों के माध्यम से उन्हें उनके गृह जनपद भिजवाया जा रहा है.
बसों से भेजा जा रहा घर
प्रवासी श्रमिक जो दूसरे प्रदेशों में रहकर काम करते थे, ऐसे भी लोग भारी संख्या में अपने गृह जनपद वापस आ रहे हैं. जनपद की सीमा में घुसने के बाद जिला प्रशासन की तरफ से इन सब का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. सभी श्रमिकों की डिटेल भी ली जा रही है. स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत किसी भी प्रकार के लक्षण न मिलने पर इन्हें उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के माध्यम से इनके घर भिजवाया जा रहा है.
होम क्वरांटाइन के निर्देश
प्रशासन की तरफ से निर्देशित किया जा रहा है कि बाहर से आए लोग 21 दिन तक अपने घर में ही होम क्वारंटाइन रहे. किसी प्रकार की दिक्कत या समस्या होने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को सूचित करें.
बुधवार को आए थे 2006 प्रवासी मजदूर
कंट्रोल रूम प्रभारी अजित सिंह ने बताया कि जनपद में बुधवार को कुल 2006 प्रवासी श्रमिकों का आना हुआ. जिनका विभिन्न जगहों पर बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में ले जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया और पंजीकरण किया गया. उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों व दूसरे प्रदेश के 1549 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करके बसों के माध्यम से उनके गृह जनपद भेजा गया. सोनभद्र के 457 लोगों को बसों के माध्यम से उनके घरों तक भेजा गया.