सोनभद्र: सीमावर्ती बिहार राज्य में नक्सली गतिविधियों को देखते हुए मंगलवार को पुलिस ने बिहार बॉर्डर से लगे क्षेत्रों में सघन कॉम्बिंग की. कॉम्बिंग के दौरान पीएसी और सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद थे. जिले की सीमा 4 पड़ोसी राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड से सटी है. इनमें से बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ अति नक्सल प्रभावित हैं. नक्सली वारदात को अंजाम देने के बाद सोनभद्र को शरणस्थली के रूप में इस्तेमाल करते हैं. खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस इन क्षेत्रों में लगातार कांबिग करती रहती है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंगलवार को बिहार बॉर्डर पर पुलिस पीएसी और सीआरपीएफ की संयुक्त कॉम्बिंग की गई.
सघन कॉम्बिंग की गई
जनपद सोनभद्र के सीमावर्ती राज्यों में नक्सली गतिविधियों को देखते हुए मंगलवार को पुलिस अधीक्षक ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान थाना राबर्ट्सगंज की चौकी चेरूई पर समस्त फोर्स को ब्रीफ करते हुए बिहार प्रांत के सीमावर्ती क्षेत्र मरकुड़ी और धोराधर के जंगलों में सघन कॉम्बिंग की गई है. इस दौरान सीओ सिटी, राबर्ट्सगज चोपन, जुगैल और रामपुर बरकोनिया के थानाध्यक्ष अपने-अपने थानों की फोर्स के साथ मौजूद थे.
नक्सली पड़ोसी राज्यों में वारदात करने के बाद सोनभद्र को शरणस्थली के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. इसको लेकर एसपी के नेतृत्व में बॉर्डर एरिया में पुलिस पीएसी और सीआरपीएफ कॉम्बिंग कर रहे हैं, ताकि यूपी में किसी भी तरह के नक्सली वारदात को टाला जा सके.
एसपी ने समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिलाया
कॉम्बिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक ने नगवां ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बघना पर ग्रामीणों से मुलाकात की. इसके बाद चौपाल आयोजित कर लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया. पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि लोग भय मुक्त होकर पुलिस का सहयोग करें. साथ ही पुलिस भी उनके साथ मृदु व्यवहार करते हुए उनके साथ सहयोग करेगी.
मंगलवार को पुलिस ने बिहार बॉर्डर से लगे क्षेत्रों में सघन कॉम्बिंग की. कॉम्बिंग के दौरान पीएसी और सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद रहे. लोगों को उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया.
-आशीष श्रीवास्तव, एसपी