सोनभद्रः बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के आदेश के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्कीम फॉर एडोलसेंट गर्ल्स के लिए जिले के 5625 किशोरियों को चिन्हित किया है. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस स्कीम के अनुसार 11 से 14 वर्ष की उन किशोरियों को लाभ मिलेगा जो स्कूल नहीं जाती हैं, या नाम लिखाने के बाद भी नहीं जाती हैं.
निदेशालय बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की तरफ से जिला प्रशासन को एक पत्र भेजा गया है. जिला प्रशासन को11 से 14 वर्ष की किशोरियों को प्रशिक्षित करने एवं उनके स्वास्थ्य के मद्देनजर खानपान के संबंध में उचित जानकारी एवं पोषण की व्यवस्था कराने के लिए कहा गया है. वहीं शासन से पत्र आने के बाद जिला प्रशासन ने ऐसी 5625 किशोरियों को चिन्हित किया है.
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इन किशोरियों को स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, युवा कल्याण और पंचायती राज विभाग के साथ समन्वय स्थापित करके प्रशिक्षण दिया जाएगा. सखी सहेली के प्रशिक्षण का उत्तरदायित्व क्षेत्रीय मुख्य सेविका का होगा. वह अपने क्षेत्र में चयनित सखी सहेलियों को निर्धारित समय सारिणी के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान करेंगी. जिसके लिए एक सखी और दो सहेली का ग्रुप में चयन होगा.
इसके तहत करीब 400 लोगों को ट्रेनिंग दिया जाएगा. एक बैच में 30 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा, साथ में किशोरियों के खून की कमी, हीमोग्लोबिन की जांच, एनीमिया की रोकथाम, साफ-सफाई संबंधित अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी भी दी जाएगी. जल्द ही इन किशोरियों के लिए प्रशिक्षण एवं उनके जागरूक करने का कार्यक्रम प्रत्येक विकासखंड स्तर पर आयोजित किया जाएगा.
जो 11 से 14 वर्ष की किशोरियां जो स्कूल नहीं जाती हैं, उनको स्कीम फॉर एडोलसेंट गर्ल्स के तहत शासन द्वारा पूरक पोषाहार और तीन दिवसीय प्रसिक्षण दिया जाना है. इसके लिए जिले भर में 5625 किशोरियों को चिन्हित किया गया है.
-अजीत कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी