सोनभद्र: राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय की छात्राएं छात्रावास में पानी की कमी होने के चलते भड़क गईं. सैकड़ों छात्राएं शुक्रवार को खाली बाल्टी लेकर विद्यालय के गेट से बाहर निकल कर प्रदर्शन करने लगीं. छात्राओं ने बताया कि आश्रम पद्धति विद्यालय उरमौरा सोनभद्र में पानी की स्थायी व्यवस्था नहीं है. सबमर्सिबल पम्प खराब पड़ा हुआ है. समाज कल्याण के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्राओं को समाधान का आश्वासन देकर शांत कराया.
समाज कल्याण अधिकारी मौके पर पहुंचे: राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय की छात्राओं के प्रदर्शन की सूचना पर हड़कंप मच गया. मौके पर समाज कल्याण अधिकारी रामशंकर यादव भी पहुंच गए. उन्होंने छात्राओं को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया. छात्राओं का आरोप था कि विद्यालय में पानी की कोई भी स्थाई व्यवस्था नहीं है. स्कूल का सबमर्सिबल पम्प खराब पड़ा हुआ है.
मात्र दो टैंकर पानी ही विद्यालय में आता है जबकि छात्राओं की कुल संख्या 450 है. ऐसे में विद्यालय में पानी की कमी बनी रहती है. लेकिन इस समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. गुरुवार को भी पानी का टैंकर नहीं आया और गुरुवार को भी खाना रात 1 बजे मिला. इसके बाद शुक्रवार को भी पानी नहीं आया.
अधिकारियों के आश्वासन के बाद लौटी छात्राएं: प्रधानाचार्या का कहना था कि आश्रम पद्धति विद्यालय में पानी की समस्या कई वर्षों से है. यह समस्या डीएम साहब के भी संज्ञान भी है. डीएम के आदेश के बाद विद्यालय में नगर पालिका से दो टैंकर पानी रोजाना आने लगा था, लेकिन कल ट्रैक्टर खराब हो जाने के कारण पानी नहीं आया. इसके कारण खाना बनने में दिक्कत हुई. गुरुवार देर रात बारह बजे भोजन बना जिससे छात्राएं नाराज हो गईं. बाद में अधिकारियों के आश्वासन के बाद बच्चियों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. इसके बाद राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में सबमर्सिबल बनाने का काम विभाग ने शुरू कराया है.