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सोनभद्र: रिहायसी बस्ती में लगाए जा रहे पारेषण लाइन के पोल, किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन - सोनभद्र में किसानों ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में किसानों ने अधिशासी अभियंता पारेषण विभाग कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि विद्युत विभाग करीब 132 केवीए विद्युत लाइन कई किसानों के खेतों से लेकर जा रहे हैं, जिससे उनके खेत की जमीन नुकसान हो रही है.

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अभिशासी अभियंता कार्यालय पर किसानों का प्रदर्शन
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Published : Nov 27, 2019, 5:39 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जिले में किसान अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बुधवार को सदर तहसील के पांच गांव के किसानों ने अधिशासी अभियंता पारेषण विभाग के सामने प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि पारेषण विभाग 132 केवीए विद्युत लाइन करीब पांच गांवों के बारह से अधिक किसानों के खेतों से लेकर जा रहे हैं. वहीं पूर्व इंजीनियर अधिशासी अभियंता पारेषण ने अपने सर्वे में यह स्पष्ट किया कि आबादी क्षेत्र होने की वजह से अंडरग्राउंड लाइन ले जाया जाएगा.

अभिशासी अभियंता कार्यालय पर किसानों का प्रदर्शन.

किसानों ने किया प्रदर्शन
जिले के सदर तहसील के छपका, बिचपई, सहिजन, पीथा समेत अन्य गांवों के किसानों ने पारेषण विभाग के अधिशाषी अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया. किसानों की मांग है कि चुनार से चोपन तक रेलवे लाइन का विद्युतीकरण होने के बाद 132 केवीए की लाइन के लिए टावर लगाया जा रहा है. यह विद्युत लाइन सदर तहसील के पांचों गांव के कई किसानों के खेतों से जा रही है.

सरकार नहीं दे रही मुआवजा
इसके लिए विभाग किसी तरह का मुआवजा भी नहीं दे रहा है, जबकि पूर्व के अधिकारी ने सर्वे करके शासन को भेजा था कि आबादी वाला क्षेत्र होने की वजह से टावर ले जाना ठीक नहीं है, इसलिए अंदर ग्राउंड तार ले जाने का सुझाव दिया था. इसके बावजूद भी टावर के माध्यम से विभाग लाइन तार ले जा रहा है.

जमीन हो जाएगी अनुपयोगी
किसानों ने बताया कि हम लोगों के खेत से 132 केवीए पारेषण लाइन जा रही है. यह आबादी वाला क्षेत्र है, यहां की जमीन का रेट बहुत अधिक है. टावर लाइन जाने से यह जमीन बिल्कुल ही अनुपयोगी हो जाएगी. हम लोगों के पास जमीन के अलावा और कोई जीविका का साधन नहीं है. अगर पारेषण लाइन गई तो सरकार हम किसानों को लूट लेगी.

गलत सर्वे का आरोप
किसानों का आरोप है कि विभान अपने मनमाने ढंग से टेढ़े मेढ़े कार्य कर रही है, गलत ढंग से सर्वे कर रही है. पूर्व में यहां के अधिशाषी अभियंता ने एक रिपोर्ट दी गई है कि यह आबादी वाला क्षेत्र है. यहां से केवल अंडरग्राउंड केबल के ही लाइन ले जाया जा सकता है, फिर भी उस रिपोर्ट को दर किनार करते हुए मनमाने ढंग से लाइन ले जाया जा रहा है, जिससे हम लोगों की भारी क्षति है.

सोनभद्र: जिले में किसान अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बुधवार को सदर तहसील के पांच गांव के किसानों ने अधिशासी अभियंता पारेषण विभाग के सामने प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि पारेषण विभाग 132 केवीए विद्युत लाइन करीब पांच गांवों के बारह से अधिक किसानों के खेतों से लेकर जा रहे हैं. वहीं पूर्व इंजीनियर अधिशासी अभियंता पारेषण ने अपने सर्वे में यह स्पष्ट किया कि आबादी क्षेत्र होने की वजह से अंडरग्राउंड लाइन ले जाया जाएगा.

अभिशासी अभियंता कार्यालय पर किसानों का प्रदर्शन.

किसानों ने किया प्रदर्शन
जिले के सदर तहसील के छपका, बिचपई, सहिजन, पीथा समेत अन्य गांवों के किसानों ने पारेषण विभाग के अधिशाषी अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया. किसानों की मांग है कि चुनार से चोपन तक रेलवे लाइन का विद्युतीकरण होने के बाद 132 केवीए की लाइन के लिए टावर लगाया जा रहा है. यह विद्युत लाइन सदर तहसील के पांचों गांव के कई किसानों के खेतों से जा रही है.

सरकार नहीं दे रही मुआवजा
इसके लिए विभाग किसी तरह का मुआवजा भी नहीं दे रहा है, जबकि पूर्व के अधिकारी ने सर्वे करके शासन को भेजा था कि आबादी वाला क्षेत्र होने की वजह से टावर ले जाना ठीक नहीं है, इसलिए अंदर ग्राउंड तार ले जाने का सुझाव दिया था. इसके बावजूद भी टावर के माध्यम से विभाग लाइन तार ले जा रहा है.

जमीन हो जाएगी अनुपयोगी
किसानों ने बताया कि हम लोगों के खेत से 132 केवीए पारेषण लाइन जा रही है. यह आबादी वाला क्षेत्र है, यहां की जमीन का रेट बहुत अधिक है. टावर लाइन जाने से यह जमीन बिल्कुल ही अनुपयोगी हो जाएगी. हम लोगों के पास जमीन के अलावा और कोई जीविका का साधन नहीं है. अगर पारेषण लाइन गई तो सरकार हम किसानों को लूट लेगी.

गलत सर्वे का आरोप
किसानों का आरोप है कि विभान अपने मनमाने ढंग से टेढ़े मेढ़े कार्य कर रही है, गलत ढंग से सर्वे कर रही है. पूर्व में यहां के अधिशाषी अभियंता ने एक रिपोर्ट दी गई है कि यह आबादी वाला क्षेत्र है. यहां से केवल अंडरग्राउंड केबल के ही लाइन ले जाया जा सकता है, फिर भी उस रिपोर्ट को दर किनार करते हुए मनमाने ढंग से लाइन ले जाया जा रहा है, जिससे हम लोगों की भारी क्षति है.

Intro:Anchor- केंद्र और प्रदेश सरकार तमाम योजनाओं को संचालित कर किसानों के आय दोगुनी करने के लिए प्रयासरत है,तो वही सोनभद्र जिले का अन्नदाता अपनी जमीन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे है। आज सदर तहसील के 5 गांवों के अन्नदाताओ ने अधिशासी अभियंता पारेशण विभाग के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। दौरान किसानो ने कहा कि परेशाण विभाग द्वारा 132 की केवीए विद्युत लाइन ले जाया जा रहा है, जो 5 गांव के दर्जनों किसानों के खेतों से होकर जा रहा है, जबकि पूर्व इंजीनियर अधिशासी अभियंता पारेषण ने अपने सर्वे में यह स्पष्ट किया की आबादी क्षेत्र होने की वजह से अंडरग्राउंड लाइन ले जाया जाएगा। इसके बावजूद भी टावर के माध्यम से विभाग द्वारा लाइन ले जाया जा रहा है ,इसके लिए विभाग द्वारा किसी तरह का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है।


Body:Vo1- सोनभद्र में सदर तहसील के छपका,बिचपई,सहिजन,पीथा समेत अन्य गांवों के किसानों ने पारेषण विभाग के अधिशाषी अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया, और मांग किया कि चुनार से चोपन तक रेलवे लाइन का विद्युतीकरण होने के बाद 132 केवीए की लाइन के लिए टावर लगाया जा रहा है, यह विद्युत लाइन सदर तहसील के पांचों गांव के दर्जनों किसानों के खेतों से जा रही है, इसके लिए विभाग द्वारा किसी तरह का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है ,जबकि पूर्व के अधिकारी ने सर्वे करके शासन को भेजा था कि आबादी वाला क्षेत्र होने की वजह से टावर ले जाना ठीक नहीं है, इसलिए अंदर ग्राउंड तार ले जाने का सुझाव दिया था।


Conclusion:Vo2-किसानों ने बताया कि हम लोगो के खेत से 132 केवीए पारेषण लाइन जा रही है, यह आबादी वाला क्षेत्र है ,यहां की जमीन का रेट बहुत अधिक है। टावर लाइन जाने से यह जमीन बिल्कुल ही अनुपयोग हो जाएगी।हम लोगों के पास जमीन के अलावा और कोई जीविका का साधन नहीं है।अगर परेशाण लाइन गई तो सरकार के द्वारा किसान लूट लिए जाएंगे। मनमाने ढंग से टेढ़े-मेढ़े टावर खड़े किए जा रहे हैं। सर्वे गलत ढंग से किया गया है। पूर्व में यहां के अधिशाषी अभियंता द्वारा एक रिपोर्ट दी गई है कि यह पपुलेटेड क्षेत्र है यहां से केवल अंडरग्राउंड केबल के द्वारा ही लाइन ले जाया जा सकता है, फिर भी उस रिपोर्ट को दर किनार करते हुए मनमाने ढंग से लाइन ले जाया जा रहा है, जिससे हम लोगो की भारी क्षति है। इसके जाने से हम लोगों के पास आत्मा हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं है। हम लोगों की मांग है कि अंडरग्राउंड लाइन ले जाया जाय ।

Byte-बृजेश दुबे(किसान,छपका,सोनभद्र)


चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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