सोनभद्र: वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते पूरा देश परेशान है. इस खतरे के मद्देनजर जिलाधिकारी एस. राजलिंगम लगातार जनपद वासियों को कोरोना वायरस से बचने के लिए सुझाव दिशा-निर्देश जारी किया. मंगलवार को जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में बनाए गए कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 से संबंधित शिकायतों के निस्तारण के अभिलेखों को तलब किया और इस संबंध में जानकारी ली. वही कंट्रोल रूम में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई. डीएम ने चेतावनी दी कि लापरवाही बरतने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा.
लापरवाही पर लगाई फटकार
कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम में तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिदायत दी कि कोरोना से संक्रमित होने वाले नागरिकों के मानक के अनुरूप फार्म भरवाए जाएं और मानक पूरा होने पर उन्हें होम क्वारंटाइन की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा कि संदिग्ध मामलों में आधार कार्ड व अन्य कागजातों को जरूर लिया जाए और प्राप्त होने वाली शिकायतों को दर्ज करते हुए उसकी जांच कर गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण किया जाए.
वीडियो कॉलिंग कर होम आइसोलेट मरीज का जानें हाल
जिलाधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले नागरिकों से रोजाना वीडियो कॉलिंग करके मानक के अनुपालन करने की पुष्टि कराई जाए. निरीक्षण के दौरान होम क्वारंटाइन का मानक न पूरा करने की स्थिति में भी होम क्वारंटाइन कराने पर डॉ. अनिल कुमार को फटकार लगाते हुए तत्काल जवाब तलब करने को कहा है.
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने लिखित रूप से स्वास्थ्य विभाग को हिदायत दी कि कोरोना वायरस जांच के लिए ब्लड सैंपल कलेक्शन कर रही टीमों की जिम्मेदारी है कि सैंपल दाता द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले संपर्क नंबर पर मौके पर ही कॉल करके उसकी हकीकत जानने के बाद मोबाइल नंबर को अभिलेख में दर्ज करें. डीएम ने निर्देशित किया कि सैंपल देने वाले के संदिग्ध होने की स्थिति में उसका आधार कार्ड या निर्वाचन कार्ड जरूर लिए जाएं, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो.
डीएम ने निर्देशित किया है कि कोविड-19 हॉस्पिटल L1, L2 और L3 में भेजे गए मरीजों से बात करके उनके स्वास्थ्य संबंधित फीडबैक नियमित रूप से लिए जाएं.