सोनभद्र: जिले के उम्भा गांव में 17 जुलाई को हुए नरसंहार में 10 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 28 ग्रामीण घायल हो गए थे. गोलीकाण्ड का खुलासा करते हुए नायब दरोगा ने बताया कि गोलीकाण्ड की सूचना पर मात्र दो दरोगा और चार सिपाही ही घोरावल कोतवाली से मौके पर गए थे, जबकि इतनी बड़ी घटना में पूरी फोर्स की जरूरत होती है.
दारोगा ने किया चौंकाने वाला खुलासा
- दारोगा ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा दी गई सूचना पर पुलिस नहीं पहुंची थी, जबकि हकीकत कुछ और थी.
- घटना के समय थाने पर मात्र दो दरोगा और चार सिपाही ही थाने पर मौजूद थे.
- इतना ही नहीं घटना के वक्त थाने पर एक ही गाड़ी थी, दूसरी डॉयल 100 मंगाई गई.
- अगर समय रहते फोर्स मौके पर पहुंच जाती तो इतनी बड़ी घटना को रोका जा सकता था.
- इतने बड़े राज का खुलासा स्वयं घोरावल कोतवाली के एक नायब दारोगा ने किया.
- दारोगा ने कहा कि घटनास्थल काफी दूर था और थाने पर दो दारोगा व चार सिपाही थे.
- दारोगा ने जानकारी देते हुए बताया कि केवल दो गाड़ियां थी, जिससे घायलों और शवों को लाया गया.
- लोग घटनास्थल पर पुलिस को मारने की बात करने लगे थे.