सोनभद्र: सावन के अंतिम सोमवार को जलाभिषेक के लिए 'डाक बम' कांवड़ियों का जत्था रविवार को राबर्ट्सगंज से विजयगढ़ दुर्ग स्थित राम सरोवर तालाब से जल लेने के लिए रवाना हुआ. इसके बाद यह जत्था राम सरोवर तालाब से जल लेकर गुप्त काशी शिवद्वार के लिए रवाना होगा. इसी कड़ी में डाक बम की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. जिले के उमामाहेश्वर आध्यात्मिक शिवालय पर अंतिम सोमवार को लाखों शिव भक्त जलाभिषेक करते है.
- जिले में डाक बम कांवड़ियों का जत्था राम सरोवर तालाब से जल लेने के लिए रवाना हुआ.
- डाक बम कांवड़ियों का जत्था राबर्ट्सगंज से सफेद कपड़े, लाठी, बैग और सीटी के साथ रवाना हुआ.
- इसी कड़ी में सोनभद्र जिला प्रशासन ने 80 किमी. के मार्ग में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की है.
- डाक बम कांवड़ियों के लिए डॉक्टरों की टीम के साथ ही एम्बुलेंस की गाड़ियां भी तैनात की गई हैं.
- जिले में ऐतिहासिक व आध्यात्मिक मंदिर स्थित हैं, जहां पूरे सावन भर शिव भक्तों का तांता लगा रहता है.
80 किमी. की दूरी तय कर कांवड़िए बाबा शिव का करेंगे जलाभिषेक
जिले के सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक मंदिर शिवद्वार में कई वर्षों से कांवड़िया मिर्जापुर और विजयगढ़ दुर्ग से जल लेकर लगभग 80 किमी. की दूरी तय करने के बाद पहुंचते है. यहां कांवड़ लेकर जाने वाले अधिकतर लोग मनोकामना पूर्ण होने पर बोल बम और डाक बम के रूप में पहुंचकर उमामहेश्वर का जलाभिषेक करते है.
दो प्रकार के होते हैं कांवड़िए
कांवड़िये दो प्रकार के होते है, पहले बोल बम कांवड़िए और दूसरे डाक बम कांवड़िए. इसमें सबसे कठिन डाक बम कांवड़ियों की यात्रा होती है. सावन के अंतिम दिन जिले में डाक कांवड़िए दौड़ते हुए बिना रुके और बिना थके यात्रा पूरी कर जलाभिषेक के लिए विजयगढ़ दुर्ग पर स्थित राम सागर तालाब से जल लेकर शिवद्वार जाएंगे और वहां पहुंचकर उमामाहेश्वर का जलाभिषेक करेंगे. इसके लिए पुलिस प्रशासन ने डॉक्टर और एम्बुलेंस की गाड़ियां तैनात कर दी है. ताकि डाक बम कांवड़ियों को कोई दिक्कत न हो.