सोनभद्र: जिले के पिपरी नगर पंचायत के सभी 13 सभासद अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. सभासदों का आरोप है कि नगर पंचायत अध्यक्ष दिग्विजय सिंह मनमाने तरीके से काम करते हैं और भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. उन्होंने पहले भी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर, नगर पंचायत द्वारा कराए गए कार्यों की जांच की मांग की थी, लेकिन आज तक कोई जांच नहीं हुई. इसके बाद सभी सभासद धरने पर बैठ गए.
पिपली नगर पंचायत के सभासद पहले भी नगर पंचायत अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के खिलाफ मनमाने तरीके से कार्य करने और कराए गए कार्यों में सहमति न लेने के साथ भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं. सभासदों का कहना है कि इस संबंध में जिलाधिकारी से की गई शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
वहीं सभासदों के अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के बाद जिलाधिकारी कार्यालय ने एक प्रेस नोट जारी किया है. इस प्रेस नोट में बताया गया है कि सभासदों की मांग पर अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने जांच की थी. 3 अक्टूबर 2020 को जांच आख्या सौंप दी गई थी. जांच आख्या को 20 अक्टूबर को ही शासन के नगर विकास अनुभाग-1 को भेजा जा चुका है. अब कार्रवाई शासन स्तर से होनी है.
पिपरी नगर पंचायत में 13 में से 2 सदस्य भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं. जब उनसे यह पूछा गया कि नगर पंचायत अध्यक्ष भी भाजपा के सदस्य हैं तो उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ आपने पार्टी के स्तर तक शिकायत नहीं की. इस जवाब मिला कि सभी प्रयासों के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. हालांकि सभासद ने इस मामले में राजनीति करने से इनकार करते हुऐ कहा कि हम सिर्फ भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं, लेकिन संभवतः जिले के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हो रही है.