सोनभद्र: जनपद के घोरावल थाना क्षेत्र के उम्भा गांव में बीते वर्ष जमीनी विवाद में हुए हत्याकांड के 1 साल पूरा हो गया. यहां आ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भदोही में हिरासत में ले लिया गया. अजय कुमार लल्लू के हिरासत में लिए जाने के बाद होते ही जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे. रॉबर्ट्सगंज में जिला कार्यालय पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अजय कुमार लल्लू को हिरासत में लिए जाने के विरोध में कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर जमकर नारेबाजी की. इस पूरे प्रदर्शन के दौरान धारा 144 और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. वहीं पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही.
पिछले साल 17 जुलाई 2019 को घोरावल के उम्भा गांव में जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच हुए गोलीकांड में 11 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 24 से अधिक लोग घायल भी हुए थे. इस मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति गरमा गई थी. कांग्रेस पार्टी ने इस हत्याकांड में मारे गए लोगों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया था.
उम्भा हत्याकांड के एक साल पूरा होने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू घोरावल के उम्भा गांव पहुंचकर मृतकों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, लेकिन जिला प्रशासन ने धारा 144 लगी होने के कारण उन्हें यहां आने की अनुमति नहीं दी. प्रशासन ने भदोही जिले में ही उन्हें हिरासत में ले लिया और सोनभद्र नहीं पहुंचने दिया. इसी को लेकर सोनभद्र में कांग्रेसी कार्यकर्ता आक्रोशित हैं.
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राबर्ट्सगंज स्थित जिला कार्यालय पर कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की. कांग्रेसियों के नारेबाजी और जुलूस निकालने की सूचना पाकर भारी संख्या में पुलिस फोर्स कांग्रेस जिला कार्यालय पर पहुंच गई और कार्यकर्ताओं को जुलूस निकालने से मना कर दिया गया. इसके बाद कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि हिरासत में लिए गए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत सभी कांग्रेसी नेताओं को प्रशासन जल्द से जल्द छोड़े.