सोनभद्र: लोक आस्था के महापर्व छठ पर रविवार को व्रती महिलाओं ने उदितमान सूर्य को अर्घ्य दिया. इस अवसर पर जिले में नदियों के किनारे व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सुबह से ही मौजूद रही. चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर रविवार की भोर में उपवासी स्त्रियों ने उदितमान होते सूर्य को अर्घ्य देकर लोक कल्याण, सुख एवं समृद्धि की कामना की.
इस अवसर पर व्रती महिलाओं ने भारतीय लोक संस्कृति, साहित्य, कला, आस्था और विश्वास का पालन करते हुए भगवान भास्कर से प्रार्थना की कि सभी का जीवन में सुख समृद्धि के प्रकाश से भर दें और अगले वर्ष छठी माई फिर उनके घर पधारें.
भगवान भास्कर को दिया गया अर्घ्य
छठ के पर्व के आखिरी दिन जनपद मुख्यालय के नदियों के किनारे श्रद्धालुओं ने जल के मध्य में खड़े होकर भारतीय परंपरा का अनुपालन करते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. इस तरह महापर्व छठ का व्रती महिलाओं ने पारण कर अगले वर्ष छठ मैया के फिर से अपने घर पधारने की कामना की.
विदेशों में भी कायम है परंपरा
बता दें कि भारतीय संस्कृति-साहित्य में छठ पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है. विश्व के किसी भी देश में जहां भारतीय निवास करते हैं, वहां पर छठ पूजा देखी जा सकती है. अमेरिका एवं भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत भोजपुरी भाषी प्रदेशों और देशों में यह परंपरा कायम है.