प्रयागराजः महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते प्रयागराज में एक बार फिर से स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है. इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है. नए आदेश में 13 से 15 फरवरी तक कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
शिक्षकों को आना होगा स्कूलः आदेश के तहत शिक्षकों को स्कूल आना होगा. सभी सरकारी, अनुदानित व मान्यता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 1-8 की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से होगी. वहीं शिक्षकों को स्कूल में मौजूद रहकर DBT, आधार सीडिंग व अन्य महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य करने होंगे.
प्रयागराज में उमड़े करोड़ों श्रद्धालुः बता दें कि प्रयागराज में इस बार महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ी है. 12 जनवरी को माघी पूर्णिमा तक करीब 48 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. अभी भी प्रयागराज में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है. इससे शहर में जाम समेत कई तरह की समस्याएं सामने आ रहीं हैं.
स्कूल से दफ्तर जाने तक परेशानीः इतनी बड़ी संख्या में श्रद्दालुओं के उमड़ने से प्रयागराज के रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बच्चों के स्कूल जाने से लेकर लोगों के दफ्तर और दुकान पहुंचने में काफी समय लग रहा है. प्रमुख सड़कों पर भारी भीड़ के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई जगह तो लोगों को जाम से भी जूझना पड़ रहा है. ऐसे में स्कूली बच्चों को असुविधा से बचाने के लिए एक बार फिर से स्कूलों में अवकाश बढ़ाया गया है.
अंतिम स्नान कब हैः महाकुंभ का अंतिम स्नान 26 फरवरी को है. इसके बाद महाकुंभ का समापन हो जाएगा और प्रयागराज से करोड़ो श्रद्धालु विदा हो जाएंगे. तब तक फिलहाल ऐसे ही हालात रहेंगे. बता दें कि इस बार 144 साल बाद महाकुंभ का बेहद शुभ योग आया है. इस वजह से श्रद्धालुओं में स्नान करने की होड़ मच गई है.
45 करोड़ की संभावना थी, आ गए 48 करोड़: महाकुंभ की तैयारियों के दौरान महाकुंभ में करीब 45 करोड़ श्रद्दालुओं के आने का अनुमान जताया गया था. 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के स्नान के मौके पर यह आंकड़ा 48 करोड़ तक पहुंच गया है. अभी महाकुंभ समापन में 14 दिन बाकी हैं. ऐसे में संभावना है कि यह आंकड़ा 52 से 55 करोड़ तक जा सकता है. उम्मीद से ज्यादा लोग पहुचंने की वजह से प्रयागराज दुनिया का सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाला शहर बन गया है.