सोनभद्र: भाजपा के सहयोगी और अपना दल एस के विधायक हरिराम चेरो ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है. उनका कहना है कि, सोनभद्र ओबरा में खदान हादसे में मारे गए परिजनों को सरकार की तरफ से चार-चार लाख रूपए दिए जाने का वो विरोध करते हैं. उन्होंने मांग की है, कि मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए और घायलों को 20-20 लाख रुपए मिलने चाहिए. अगर सरकार उनकी बात नहीं मानेगी, तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे.
'सतर्क हो सरकार नहीं तो 2022 में हो जाएगा सफाया'
उन्होंने यह भी कहा, कि हादसा खनन अधिकारियों की वजह से हुआ है. उनका कहना था, कि अगर मुख्यमंत्री अधिकारियों पर लगाम नहीं लगाएंगे तो 2022 में भाजपा का सफाया हो जाएगा. अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं, वहीं मुख्यमंत्री जी अधिकारियों की ही सुन रहे हैं, और अधिकारी सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं.
'खनन अधिकारी पर हो कार्रवाई'
सोनभद्र के दुद्धी से विधायक हरिराम चेरो ने कहा, कि वो शुरू से कह रहे हैं, कि सबसे पहले ओबरा खनन हादसा मामले में खनन अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि, 200 से 300 फीट खनन की अनुमति किसने दिया, मुख्यमंत्री ने नहीं दिया, विधायक ने नहीं दिया, सांसद ने नहीं दिया, ये खान अधिकारी ने अपनी मर्जी से दिया है. ऐसे अधिकारी सरकार को बदनाम कर रहे हैं.
'वायरल वीडियो को लेकर करेंगे सीएम से चर्चा'
वहीं खनन अधिकारी द्वारा मृतक के परिजनों को मुकदमे का नफा नुकसान समझाते हुए वायरल हुए वीडियो के बारे में पूछे जाने पर विधायक ने कहा, कि जो वीडियो वायरल हुआ है उसको उन्होंने भी देखा है. अब वो मुख्यमंत्री के साथ बैठकर वार्ता करेंगे. विधायक ने कहा, कि मुख्यमंत्री ने कहा है कोई भी गांव की समस्या हो तो उनको गंभीरतापूर्वक बताया जाय. अब वो कई मामलों समेत नगवा बालू साइड मामले पर भी मुख्यमंत्री जी से मिलकर बताएंगे, जहां अभी भी खनन लगातार जारी है.
'मृतकों के परिजनों को मिले 50-50 लाख'
दरअसल, 1 मार्च को जिले के प्रभारी और बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी सोनभद्र पहुंचे. जहां उन्होंने खनन क्षेत्र का दौरा किया और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का चेक दिया. तो वहीं घायलों को 50-50 हजार का चेक दिया. इसके विषय में पूछे जाने पर विधायक हरिराम चेरो ने कहा, कि मंत्री जी से पूछे जाय कि अगर उनके परिवार के साथ ऐसी घटना होती तो वो क्या करते.
'मैं बागी नहीं हुआ हूं, सरकार को कर रहा हूं आगाह'
वहीं जब भाजपा के सहयोगी होने पर और पार्टी की लाइन से हटकर बोलने के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, कि वो बागी नहीं हो रहे हैं. वो अपनी बात रख रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा, कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनको जिम्मेदारी दी है, कि दुद्धी क्षेत्र के जनपद सोनभद्र के आदिवासी किसान मजदूर की जो समस्या हो उसको वो प्रमुखता से सदन में रखें.