सोनभद्र: कोरोना और लॉकडाउन (corona and lockdown) के कठिन समय में लोगों की नौकरियां जा रही हैं और लोग बेरोजगार हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सोनभद्र जैसे पिछड़े जिले में एक तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवा ने पूरे जिले के लिए एक मिसाल कायम की है. दरअसल, राबर्ट्सगंज के ब्रह्मनगर मोहल्ले के निवासी राकेश सिंह ने जिले में पहली एलईडी टेक्नोलॉजी (LED Technology) पर आधारित कई तरह के बल्ब (bulb) और हैलोजन लाइट (halogen light) बनाने की एक यूनिट की स्थापना घर पर ही की है. वज्र इंडस्ट्रीज (Vajra Industries) नाम से एक एलईडी यूनिट (LED Unit) की स्थापना करके वह आत्मनिर्भर तो हुए ही हैं, साथ ही साथ उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के 20 युवाओं को रोजगार भी दिया है. पिछले 3 वर्षों से यह यूनिट संचालित है और उनका टर्नओवर अब सालाना 82 लाख के पार हो चुका है.
80 लाख रुपए सालाना है टर्नओवर
सोनभद्र के जिला मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के ब्रह्मनगर निवासी राकेश सिंह ने इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त की है. वर्ष 2008 से लेकर 2014 तक उन्होंने विभिन्न कंपनियों में अलग-अलग पदों पर नौकरी की. इसके बाद उन्होंने साल 2014 में गाजियाबाद में एक led बनाने की एक यूनिट लगाई थी, जो अभी भी संचालित हो रही है. राकेश सिंह का कहना है कि पिता की मृत्यु के बाद घरेलू जिम्मेदारियों के चलते उन्हें सोनभद्र वापस लौटना पड़ा. इसके बाद उन्होंने सोनभद्र में भी एलईडी उत्पादन की यूनिट तैयार करने की योजना पर विचार किया. वर्ष 2017 में राकेश सिंह ने अपने आवास पर ही led निर्माण की यूनिट शुरू की, जिसमें उन्होंने 20 युवाओं को रोजगार भी दिया है. उनकी यूनिट से 15 हजार led का प्रतिमाह उत्पादन होता है और उनका वार्षिक टर्नओवर 82 लाख रुपए है.
खुद पर विश्वास रखकर शुरु करें रोजगार
राकेश सिंह का कहना है कि सोनभद्र में व्यवसाय की काफी अच्छी संभावनाएं हैं, क्योंकि जिले की सीमाएं मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार से लगी हुई हैं. सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अन्य प्रदेशों में भी रोजगार की संभावनाएं रहती हैं. उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि खुद पर विश्वास रखकर रोजगार शुरू करें तो सफलता जरुर मिलेगी.