सीतापुर: जिले के बगुलापारा घाट पर पुल बनने की राह ताक रहे ग्रामीणों को जब अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से उम्मीद की आश टूट गई. तो ग्रामीण व क्षेत्रीय लोगों ने बल्ली व बांस के सहारे लकड़ी का पुल बनाकर आने जाने का रास्ता सुगम कर लिया. इस लकड़ी के पुल से लगभग आधा सैकड़ा गांवों के लोगों को तहसील मुख्यालय, जिला मुख्यालय जाने के लिए 20 से 25 किमी की दूरी अब कम तय करनी पड़ती है.
जिले के ब्लाक गोंदलामऊ क्षेत्र कुर्सी से जानकीपुर जाने वाले सम्पर्क मार्ग के निकट सरायन नदी पर स्थित बगुलापारा घाट पर पुल नहीं है. इस घाट पर पुल न बनने से राहगीरों के साथ-साथ वाहन चालकों के लिए भी काफी लम्बे रास्ते से तहसील मुख्यालय, व जिलामुख्यालय जाना पडता है. इस पुल के बनने से सीतापुर जिले के गोंदलामऊ विकास खण्ड क्षेत्र के व पड़ोसी जनपद हरदोई के लगभग आधा सैकड़ा गांवों के किसानों, छात्रों को काफी सहूलियत हो जाएगी. वहीं इसको देखते हुए गांव के लोगों ने बल्ली व बांस के सहारे लकड़ी का पुल बनाकर आने जाने का रास्ता सुगम कर लिया.
बगुलापारा गांव के रहने वाले लोगों ने बताया कि चुनाव के समय ही नेताओं को इस बुनियादी दिक्कत की याद आती है. चुनाव सम्पन्न होने के बाद फिर कोई इस समस्या के लिए जनता से कोई नहीं पुछता. इसको देखते हुऐ बगुलापारा गांव के लोग व आप पास गांवों के लोगों ने सराय नदी पर लकड़ी के पुल का निर्माण किया है. इस पुल की बरसात के बाद मरम्मत करनी पड़ती है. यदि यहां पर पक्का पुल का निर्माण हो जाए तो क्षेत्र के व हरदोई जनपद के लगभग आधा सैकड़ा गांव के लोगों को आने-जाने में भारी सहूलियत हो जाएगी.