सीतापुर: सरकार की तरफ से मिट्टी खनन पर प्रतिबंध है. फिर भी ठेकेदार अवैध तरीके से खनन कार्य को अंजाम दे रहे हैं. चोरी-छिपे मिट्टी खनन का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है, लेकिन अब ग्रामीण इलाकों में हो रहा मिट्टी का अवैध खनन जानलेवा साबित हो रहा है. रविवार को जिले के अवैध खनन से हुए गढ्ढों में भरे बारिश के पानी में तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई. परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शवों का अंतिम संस्कार कर दिया.
घटना जनपद मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर ग्राम सिरहाना मजरा इस्माईलगंज की है. यहां के निवासी विजय पाल का 12 वर्षीय बेटा दिलीप अपने साथी अंकित (11) और दिनेश (10) के साथ शनिवार की शाम पड़ोस के ही एक खेत में रोपाई करने गया था. रोपाई के बाद जब बच्चे खेत से वापस अपने घर आ रहे थे, तभी गोंधिया पेट्रोल पंप के पास मिट्टी खुदाई के कारण बने गड्ढे में भरे पानी में तीनों बच्चे डूब गए. काफी देर तक घर न लौटने पर जब उनकी खोजबीन की गई, तो गांव के एक बच्चे से घटना की जानकारी हुई.
तीन बच्चों की मौत से गांव में मातम
घटनास्थल पर पहुंचे घरवालों ने तीनों बच्चों के शवों को पानी से बाहर निकालकर घर लाए. अगले दिन रविवार की सुबह परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दिए बगैर शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. इस घटना से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. यह तीनों बच्चे अलग-अलग परिवारों के हैं. हालांकि अवैध खनन के चलते प्रदेश के कई हिस्सों से ऐसी खबरें सामने आती हैं, फिर भी सरकार अवैध खनन पर प्रभावी तरीके से रोक लगा पाने में असमर्थ साबित हो रही है. वहीं विभागीय कर्मचारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे कई दफा बड़े हादसे भी हो रहे हैं.