सीतापुर: यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग में हजारों की तादाद में भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हैं तो वहीं, मंगलवार को एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. हालांकि, भारत सरकार के साथ ही प्रदेश सरकार भी यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों की वतन वापसी के लिए लगातार प्रयासरत है. इस बीच राजधानी लखनऊ से लगे सीतापुर जनपद के बिसवां निवासी एक छात्र भी वहां फंसा है. वहीं उसके घर वापसी की जद्दोजहद जारी है.बताया जा रहा है कि यूक्रेन में बिगड़े हालात को देख परिजन खौफजदा हैं और यूक्रेन में फंसा छात्र लगातार अपने परिजनों के संपर्क में है.
जानकारी के मुताबिक बिसवां के ग्राम चंदनपुर निवासी 21 वर्षीय शादाब आलम पुत्र दय्यान अख्तर मेडिकल की पढाई के लिए 2019 में यूक्रेन गया था और राजधानी कीव में स्थित कीव यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था. वहीं, शादाब के चाचा हसीब अख्तर ने बताया कि यूक्रेन में चल रहे युद्ध से परिवार के लोग परेशान हैं और उसकी सलामती की दुआएं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 3 मार्च को इंडिया आने के लिए उसका फ्लाईट का टिकट था. लेकिन टिकट कैंसिल हो गया. इससे वो वहीं पर फंस गया है. हालांकि वह सही सलामत है.
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उन्होंने बताया कि परिवार के लोग दिन में कई बार फोन पर बातचीत करते हैं और उसका कुशलक्षेम पूछते हैं. इससे परिजनों को सुकून तो मिलता है. लेकिन घर वापसी को लेकर चिंता अभी भी बनी हुई है. आगे उन्होंने बताया कि मंगलवार को शादाब से बात हुई तो उसने बताया कि वो अपने 60-70 लोगों के ग्रुप के साथ राजधानी कीव से विनसिया स्टेट पहुंच गया है और यहां से लगभग 800 किलोमीटर दूर हंगरी बॉर्डर जाने की तैयारी में है. उसने बताया कि यहां का तापमान -5 डिग्री सेल्सियस है. जिससे हालात सामान्य नहीं है.
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