ETV Bharat / state

सावन माह शुरू होने में चंद दिन शेष, दो वर्ष से नहीं हुई श्यामनाथ कुंड की सफाई

सीतापुर जिले के सबसे पुराने शिव मंदिर श्यामनाथ की साफ-सफाई अभी तक नहीं की जा सकी है. जिससे श्रद्धालु प्रशासन से काफी नाखुश हैं. शिव भक्तों का कहना है कि मंदिर के कुंड में पहले सभी स्नान करने आते थे, लेकिन अब गंदगी के चलते कोई नहीं आता है.

श्रावण माह शुरु होने को है पर अभी तक शिव मंदिर की साफ सफाई नहीं हुयी
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 8:22 AM IST

सीतापुर: भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना श्रावण मास शुरू होने में चंद दिन ही शेष बचे हैं. शहर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर श्यामनाथ की सफाई अभी तक नहीं की जा सकी है. इस मंदिर के प्राचीन कुंड का पानी इतना गन्दा हो चुका है कि इसमें स्नान करना तो दूर इसका पानी आचमन योग्य भी नहीं रह गया है. कई शिवभक्तों ने प्रशासन की इस उपेक्षा पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.

मंदिर के कुंड की सफाई न होेने से श्रध्दालु प्रशासन से हुये उपेक्षित
क्या है पूरा मामला-
  • सीतापुर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर की सफाई नहीं हुई है.
  • कांवर उठाने वाले शिवभक्त गोला गोकर्ण नाथ मंदिर जाते समय इस मंदिर में रुककर जलाभिषेक करते हैं.
  • पूरे श्रावण मास भर शहर के हजारों लोग यहां के कुंड में स्नान करते हैं.
  • कुंड का पानी गन्दा और जहरीला होने की वजह से अब श्रद्धालु इस ओर रुख करना लगभग बंद कर दिया है.
  • लोगों का कहना है कि करीब 2 वर्षों से इस कुंड की सफाई न होने से आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

सीतापुर: भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना श्रावण मास शुरू होने में चंद दिन ही शेष बचे हैं. शहर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर श्यामनाथ की सफाई अभी तक नहीं की जा सकी है. इस मंदिर के प्राचीन कुंड का पानी इतना गन्दा हो चुका है कि इसमें स्नान करना तो दूर इसका पानी आचमन योग्य भी नहीं रह गया है. कई शिवभक्तों ने प्रशासन की इस उपेक्षा पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.

मंदिर के कुंड की सफाई न होेने से श्रध्दालु प्रशासन से हुये उपेक्षित
क्या है पूरा मामला-
  • सीतापुर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर की सफाई नहीं हुई है.
  • कांवर उठाने वाले शिवभक्त गोला गोकर्ण नाथ मंदिर जाते समय इस मंदिर में रुककर जलाभिषेक करते हैं.
  • पूरे श्रावण मास भर शहर के हजारों लोग यहां के कुंड में स्नान करते हैं.
  • कुंड का पानी गन्दा और जहरीला होने की वजह से अब श्रद्धालु इस ओर रुख करना लगभग बंद कर दिया है.
  • लोगों का कहना है कि करीब 2 वर्षों से इस कुंड की सफाई न होने से आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है.
Intro:सीतापुर: भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना श्रावण मास शुरू होने में चंद दिन ही शेष बचे हैं लेकिन शहर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर श्यामनाथ की सफाई नही हुई है. इस मंदिर के प्राचीन कुंड का पानी इतना गन्दा हो चुका है कि इसमें स्नान करना तो दूर,इसका पानी आचमन लेने योग्य भी नही रहा है. तमाम शिवभक्तों ने प्रशासन की इस उपेक्षा पर अपनी नाराजगी जाहिर की है.


Body:नैमिषारण्य के देव देवेश्वर मंदिर के पीछे बहने वाली आदिगंगा गोमती नदी से कांवर उठाने वाले शिवभक्त छोटी काशी के नाम से विख्यात गोला गोकर्ण नाथ मंदिर जाते समय इस मंदिर में रुककर जलाभिषेक करते हैं साथ ही पूरे सावन माह में यहां शहर के हज़ारों लोग इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना करते हैं. इस मंदिर की विशेष मान्यता होने के कारण सावन के सोमवार को लाखों श्रद्धालु यहां आकर माथा टेकते हैं और मनौतियां भी मांगते हैं. यहां तक कि श्रद्धालु इस मंदिर में अन्नप्राशन और मुंडन संस्कार जैसे कार्यक्रम भी करते हैं.कुछ समय पहले तक यहां आने वाले शिवभक्त मंदिर में पूजन करने से पहले कुंड में स्नान औऱ आचमन भी करते थे लेकिन अब कुंड का पानी गन्दा और जहरीला इतना हो गया है कि श्रद्धालुओं ने इस ओर रुख करना ही बंद कर दिया है.मंदिर की व्यवस्था देखने वालों का कहना है कि पिछले करीब दो वर्षों से इस कुंड की सफाई न होने आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है.


Conclusion:सावन की महीना शुरू होने से पहले इन मंदिरों की साफ सफ़ाई और अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन ने बड़े बड़े दावे किए थे लेकिन अफसरों के यह दावे अब तक हवा हवाई ही साबित हो रहे हैं और धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है. इन्ही तमाम मुद्दों पर जब ईटीवी भारत की टीम ने मौका मुआयना करके लोगो से बातचीत की तो उनमें प्रशासन की उपेक्षा को लेकर गहरी नाराजगी दिखाई दी.

बाइट-आशीष मिश्रा (पूर्व चेयरमैन-नगर पालिका)
वन 2 वन

नीरज श्रीवास्तव, सीतापुर 9415084887
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.