सीतापुर: अयोध्या में आज श्रीराम मंदिर की आधारशिला रखे जाने को लेकर नैमिषारण्य में धार्मिक माहौल है. नैमिषारण्य के विभिन्न मंदिर और आश्रमों में श्रीरामचरित मानस का पाठ किया जा रहा है. साथ ही दीपोत्सव की भव्य तैयारी है. जिले के साधु-संतों ने राम मंदिर निर्माण की बेला का स्वागत करते हुए इसे अविस्मरणीय क्षण करार दिया है.
गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में नैमिषारण्य तीर्थ का उल्लेख किया गया है. उसकी चौपाई में कहा गया है कि तीरथ वर नैमिष विख्याता, अति पुनीत साधक सिधि दाता. इसी नैमिषारण्य में इन दिनों राम भक्ति की रसधारा बह रही है.
बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए जाने वाले राम मंदिर के नींव पूजन कार्यक्रम को लेकर नैमिषारण्य के साधु-संतों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. सभी प्रमुख तीर्थों में दीपोत्सव और रामचरित मानस का अखण्ड पाठ कर रहे हैं. नारदानंद आश्रम के पुरोहित शान्तिदेव ने मंदिर निर्माण की बेला का स्वागत करते हुए कहा कि यह राम मंदिर हमारे लिए गर्व का प्रतीक होगा. इस क्षण को हम लोग जीवन भर याद रखेंगे. नैमिषारण्य चक्रतीर्थ के पुरोहित राज नरायन पाण्डे ने बताया कि चक्रतीर्थ पर आज सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा. यह मंदिर सनातन धर्म के स्वाभिमान का प्रतीक होगा. उन्होंने कहा कि इस मंदिर के निर्माण को लेकर नैमिषारण्य के साधु-संतों में भक्ति और उल्लास का माहौल है.