ETV Bharat / state

अनुसूचित जाति की 50 फीसदी से ज्यादा आबादी वाले गांव बनेंगे मॉडल विलेज

भारत सरकार ने 50 फीसदी से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना तैयार की है. इस योजना के अंतर्गत सीतापुर के 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है.

ETV BHARAT
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना तैयार.
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 3:27 PM IST

सीतापुर: भारत सरकार ने अनुसूचित जाति की 50 फीसदी से अधिक की आबादी वाले गांवों को मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. इस विकास कार्य के लिए जिले के 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों में ऑल वेदर रोड से लेकर इंटरनेट तक की सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा.

प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना तैयार.

गांव होंगे मॉडल विलेज के रूप में विकसित
आधे से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों के दिन अब जल्द ही बहुरने वाले हैं. इन गांवों में बेहतर सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. भारत सरकार ने इन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने की योजना तैयार की है. ऐसे गांवों को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (पीएमएजीवाई) के अंतर्गत चयनित किया गया है.

इसे भी पढ़ें- मिर्जापुर: बिजली बिना सैकड़ों परिवार अंधेरे में रहने को मजबूर

विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना
समाज कल्याण विभाग को नोडल विभाग के तौर पर नामित किया गया है. विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण मार्ग एवं आवास, बिजली एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि पद्धतियां, वित्तीय समावेशन, डिजिटलीकरण के अलावा आजीविका एवं कौशल विकास का कार्य कराया जाएगा. इन सभी गांवों में रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे और इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.

सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं
ईटीवी से बातचीत के दौरान समाज कल्याण विकास अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि विकास कार्य के लिए जिले के कुल 14 ब्लॉक में से 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. अगर इन गांवों में आगंनबाड़ी केंद्र नहीं होगा तो आगंनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा. साथ ही गांवों का विद्युतीकरण भी कराया जाएगा.

सीतापुर: भारत सरकार ने अनुसूचित जाति की 50 फीसदी से अधिक की आबादी वाले गांवों को मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. इस विकास कार्य के लिए जिले के 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों में ऑल वेदर रोड से लेकर इंटरनेट तक की सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा.

प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना तैयार.

गांव होंगे मॉडल विलेज के रूप में विकसित
आधे से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों के दिन अब जल्द ही बहुरने वाले हैं. इन गांवों में बेहतर सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. भारत सरकार ने इन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने की योजना तैयार की है. ऐसे गांवों को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (पीएमएजीवाई) के अंतर्गत चयनित किया गया है.

इसे भी पढ़ें- मिर्जापुर: बिजली बिना सैकड़ों परिवार अंधेरे में रहने को मजबूर

विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना
समाज कल्याण विभाग को नोडल विभाग के तौर पर नामित किया गया है. विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण मार्ग एवं आवास, बिजली एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि पद्धतियां, वित्तीय समावेशन, डिजिटलीकरण के अलावा आजीविका एवं कौशल विकास का कार्य कराया जाएगा. इन सभी गांवों में रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे और इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.

सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं
ईटीवी से बातचीत के दौरान समाज कल्याण विकास अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि विकास कार्य के लिए जिले के कुल 14 ब्लॉक में से 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. अगर इन गांवों में आगंनबाड़ी केंद्र नहीं होगा तो आगंनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा. साथ ही गांवों का विद्युतीकरण भी कराया जाएगा.

Intro:सीतापुर: भारत सरकार ने अनुसूचित जाति की 50 फीसदी से अधिक की आबादी वाले गांवो को मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है जिसके लिए जिले के 20 राजस्व गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों के लिए आल वेदर रोड से लेकर इंटरनेट तक की सुविधाओं का इंतजाम किया जायेगा.


Body:आधे से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों के दिन अब जल्द ही बहुरने वाले हैं. इन गांवो में बेहतर सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. भारत सरकार ने इन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने की योजना तैयार की है.ऐसे गांवो को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (पीएमएजीवाई) के अंतर्गत चयनित किया गया है.समाज कल्याण विभाग को नोडल विभाग के तौर पर नामित किया गया है. विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार पेयजल एवं स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण,सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण मार्ग एवं आवास,बिजली एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि पद्धतियां, वित्तीय समावेशन,डिजिटलीकरण के अलावा आजीविका एवं कौशल विकास का कार्य कराया जाएगा.इन सभी गांवों में रोजगारपरक कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे और इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.


Conclusion:बाइट-राजेश कुमार (समाज कल्याण विकास अधिकारी)

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.