सीतापुर: केन्द्र सरकार की सौभाग्य योजना के तहत जिले में दो लाख से ज्यादा परिवारों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं. इसी के साथ बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर लगाने और पुरानी विद्युत लाइन को बदलने का काम भी किया गया है. पूरे मध्यांचल में इस योजना में सीतापुर दूसरे पायदान पर है.
19 ब्लॉक और सात तहसीलों वाले सीतापुर ने सौभाग्य योजना के तहत गांव और मजरों की विद्युतीकरण में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है. विभागीय आंकड़ों के मुताबिक इस योजना के लागू होने के बाद से जिले में 2 लाख 5 हजार 334 नए बिजली कनेक्शन वितरित किए गए हैं.
इस योजना के अंतर्गत कार्यदायी संस्था बजाज ने 6749 मजरों में विद्युतीकरण का काम किया है. जिले में 2827 नए पोल की स्थापना के साथ ही 1778 ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं. इसी प्रकार विभागीय कार्य के तहत 96 मजरों में 170 नए ट्रांसफार्मर और 2084 नए पोल स्थापित किये गए हैं, जबकि नेडा द्वारा 73 मजरों में 1294 नए कनेक्शन वितरित किए गए हैं.
लाभार्थियों ने बताई समस्याएं
- कनेक्शन देने के बाद किसी ने उनकी सुध नहीं ली है.
- कई मीटर खराब पड़े हैं और बिजली का बिल जमा करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
- तकनीकी गड़बड़ी होने पर भी उसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.
- विद्युत आपूर्ति को लेकर भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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बिजली विभाग के उप महाप्रबंधक ने बताया कि मध्यांचल में सौभाग्य योजना के तहत सीतापुर जिला दूसरे स्थान पर है. इस वर्ष के अंत तक बचे हुए मजरों का नेडा से विद्युतीकरण कराया जाएगा.