सीतापुर: गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के लिए सरकार भले ही सख्त कदम उठा रही है. लेकिन जिले में सहकारी क्षेत्र की चीनी मिल ही किसानों की सबसे बड़ी बकायेदार साबित हो रही है. दरअसल निजी क्षेत्र की चीनी मिलों ने तो किसानों का भुगतान कर दिया है. वहीं, सहकारी चीनी मिल पर किसानों का करीब 19 करोड़ रुपया अभी भी बकाया है. हालांकि जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों का भुगतान जल्द कराने का आश्वासन दिया है.
- जिले में कुल पांच चीनी मिलें संचालित हैं.
- चार निजी क्षेत्र की और एक सहकारी क्षेत्र की चीनी मिल है.
- बीते पेराई सत्र में 19 सौ करोड़ रुपये कीमत के गन्ने की पेराई हुई थी.
- निजी क्षेत्र की चीनी मिलों ने किसानों का भुगतान कर दिया है.
- वहीं, सहकारी चीनी मिल मिल पर 18.86 करोड़ रुपये बकाया हैं.
- बकाया भुगतान न होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
निजी क्षेत्र की चीनी मिलों ने तो भुगतान कर दिया है. लेकिन सहकारी चीनी मिल का करीब 19 करोड़ रुपया बकाया है. जिसके भुगतान के लिए कार्रवाई की जा रही है.
-संजय सिसोदिया, जिला गन्ना अधिकारी
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