सीतापुर: प्रमुख सचिव कृषि के निर्देश पर जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने कृषि विभाग के अधिकारियों और विभिन्न तहसीलों के मजिस्ट्रेट के साथ छह टीमों का गठन किया. इन टीमों ने रासायनिक उर्वरकों की दुकानों के अलावा निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों पर उर्वरक की गुणवत्ता परीक्षण हेतु नमूने संग्रहीत किए. कई स्थानों पर गड़बड़ी पाये जाने के बाद 9 दुकानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
जिले में गुरुवार को पूरे दिन चली कार्रवाई में कुल 65 दुकानों, प्रतिष्ठानों, कम्पनी के बफर गोदाम आदि पर छापे मारे गए. छापेमारी के दौरान 25 संदिग्ध उर्वरकों के नमूने संग्रहीत किये गये. साथ ही 9 दुकानों को संदिग्ध पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर उर्वरक का विक्रय न किया जाए. किसानों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराया जाए.
यदि किसी भी स्तर पर मिलावटी, नकली रासायनिक खाद की बिक्री, पीओएस मशीन का संचालन नहीं करने, जिंक सल्फेट, माइक्रोन्यूट्रियन्ट को बिना बिल के देने के साथ ही बिना स्टाक रजिस्टर पर इन्ट्री के स्टाक पाया जाता है, तो विक्रेता के खिलाफ फौरन FIR दर्ज कराई जाए. इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.