सीतापुर: बुधवार को सुहागिन महिलाओं का सबसे महत्वपूर्ण करवा चौथ का त्योहार है. इस त्योहार को लेकर महिलाओं की खरीदारी जोरों पर है. इस कारण कोरोना काल से सूने पड़े बाजारों में खासी रौनक और चहल-पहल दिखाई दे रही है. व्यावसायिक गतिविधियों में तेजी से व्यापारियों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. महिलाओं की सबसे ज्यादा भीड़ ज्वैलरी और साड़ियों की दुकान पर देखने को मिल रही है.
साड़ी-लहंगे की जमकर खरीदारी
ईटीवी भारत की टीम ने जब शहर के मुख्य बाजार का जायजा लिया तो साड़ियों की दुकान पर महिलाओं की भारी भीड़ खरीदारी करते हुए दिखाई दी. साड़ी विक्रेता जीवेश साहनी ने बताया कि कोरोना काल के बाद अनलॉक में पहली बार महिलाओं की खरीदारी ने इतना जोर पकड़ा है. चूंकि आने वाले दिनों में धनतेरस, दीपावली और भाईदूज जैसे प्रमुख त्योहार हैं. इसलिए महिलाएं इस करवा चौथ के त्योहार पर ही साड़ी, लांचा, लहंगा और फैंसी ड्रेस की जमकर खरीदारी कर रही हैं. बनारसी और सिल्क की साड़ियां भी उनकी पसंद हैं. उनके लिए नई डिजाइनों के कपड़े भी बाजार में उपलब्ध हैं.
जेवरात की भी मांग
आभूषण विक्रेता प्रतीक ने बताया कि महिलाओं के लिए अंगूठी, मंगलसूत्र, हार, बिछिया और पायल नई डिजाइनों में उपलब्ध हैं. वैसे तो महिलाएं अपने बजट के मुताबिक जेवरात की खरीदारी कर रही हैं. लेकिन आमतौर पर बिछिया और पायल की बिक्री सबसे ज्यादा है. उन्होंने बताया कि महिलाओं के नई डिजाइन के लिए गहने दुकानों पर उपलब्ध कराए गए हैं.
नई साड़ी और जेवरात पहनने की मंशा
बाजार में खरीदारी करने आयी गृहणी सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि यह त्योहार सुहागिनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है. इस दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए व्रत रखती हैं. इस त्योहार के पूजन के लिए वे सज संवर तैयार होती हैं. इस मौके पर नई साड़ियां और जेवरात पहनने के लिए महिलाएं बाजार में खरीदारी जरूर करती हैं.