सीतापुर: सरकारी स्कूलों का जिक्र आते ही बदहाल शिक्षा विभाग की तस्वीर आंखों के सामने आ जाती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सरकारी स्कूल की तस्वीर दिखाने जा रहे हैं, जिससे आपका सरकारी स्कूल के प्रति नजरिया बदल जाएगा. यह तस्वीरें पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालय जमैय्यतपुर का है. यहां बच्चों को लैपटॉप और प्रोजेक्टर के जरिये शिक्षा दी जा रही है. इतना ही नहीं यहां स्कूल के बच्चों की सारी गतिविधियां एक वेबसाइट पर उपलब्ध रहती हैं.
लैपटॉप और प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जा रही है शिक्षा. सरकारी स्कूलों की बदलती तस्वीर जमैय्यतपुर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय एनएच 24 से करीब दो किलोमीटर अंदर स्थित है. इस स्कूल का देखते ही पहले से सरकारी स्कूलों के प्रति मन में बनी तस्वीर एकदम बदल जाती है. साफ-सफाई का यहां खास ख्याल रखा जाता है. स्कूल की दीवारों पर प्रेरणादायक स्लोगन लिखे हुए हैं. जो बच्चों को देश प्रेम और शिक्षा के प्रति जागरूक करते हैं.
इसे भी पढ़ें-यहां एक ही छत के नीचे पूजा-पाठ और जियारत करते हैं हिंन्दू-मुसलमानलैपटॉप और प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाने का माहौल जब प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय की कक्षाओं का जायजा लिया गया तो वहां लैपटॉप और प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाने का माहौल दिखाई दिया. बच्चों को सचित्र पढ़ाया जा रहा था और वे ध्यानमग्न होकर पढ़ाई कर रहे थे. इस सरकारी स्कूल में बच्चों को वे सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, जो आमतौर पर कान्वेंट स्कूल में बच्चों को मिलती हैं. बच्चों ने भी वहां की व्यवस्थाओं की और पढ़ाई के अलावा खेल के माहौल की भी सराहना की है.
इसे भी पढ़ें-इस वृक्ष के फलों और पत्तियों का सेवन कर बडे़ हुए थे 'महर्षि पिप्पलाद'नन्हे भगवान के नाम से है विद्यालय की वेबसाइट
प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय की एक वेबसाइट 'नन्हे भगवान' के नाम से है, जिस पर सभी बच्चों की सारी गतिविधियों को दर्ज किया जाता है. साथ ही विज्ञान की एक लैब भी है, जिससे बच्चों को अच्छे से पढ़ाया जाता है. इस विद्यालय में बच्चों के पठन-पाठन के लिए लायब्रेरी की भी व्यवस्था है. कुल मिलाकर यह विद्यालय निजी स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है, जिसकी बीएसए ने भी सराहना की है.