सीतापुर: खैराबाद थाने में तैनात महिला आरक्षी द्वारा गोली मारकर आत्महत्या किये जाने के मामले में देर रात डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के बीच शव का पोस्टमार्टम किया गया. मृतका के पिता और भाई ने इसे आत्महत्या का मामला मानने से इनकार करते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि उसके पास पिस्टल आखिर कहां से आयी.
खैराबाद थाने में शनिवार को महिला आरक्षी शोभा चौधरी ने सरकारी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. शोभा पिछले दो साल से इसी थाने के कार्यालय में तैनात थी. बुलंदशहर की रहने वाली शोभा की मौत की खबर पाकर उसके परिजन देर रात मौके पर पहुंचे. परिजनों की मांग पर डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच शव का पोस्टमार्टम किया.
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महिला आरक्षी के पिता और भाई ने पूरी घटना को आत्महत्या मानने से साफ इंकार करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों से उसकी मौत की वजह जानने की अपेक्षा की है. उन्होंने बताया कि शनिवार को भी फोन पर घटना से कुछ देर पहले ही बातचीत हुई थी तब वह सामान्य थी. डिप्रेशन की बात भी पूरी तरह से गलत है. दाम्पत्य जीवन में पति से बिगाड़ होने के बावजूद वह कभी डिप्रेशन में नहीं रही और उसका डायवोर्स पहले ही हो चुका था.