सीतापुर: जिले में एचआईवी से सावधान रहने की जरूरत है. पिछले एक वर्ष के भीतर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में की गई जांचों में एचआईवी के आठ संदिग्ध रोगी पाये गए हैं. इन मरीजों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. डॉक्टरों ने उन्हें सावधानी बरतने की सलाह भी दी है.
सीतापुर में एक वर्ष के भीतर मिले आठ एड्स रोगी, डॉक्टरों ने दी बचाव की सलाह
यूपी के सीतापुर में जिला अस्पताल में जांच के दौरान आठ एचआईवी पॉजिटिव लोग मिले हैं. जिसके बाद इन लोगों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है.
मिले आठ एड्स रोगी.
सीतापुर: जिले में एचआईवी से सावधान रहने की जरूरत है. पिछले एक वर्ष के भीतर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में की गई जांचों में एचआईवी के आठ संदिग्ध रोगी पाये गए हैं. इन मरीजों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. डॉक्टरों ने उन्हें सावधानी बरतने की सलाह भी दी है.
Intro:सीतापुर: जिले में एचआईवी से सावधान रहने की जरूरत है. पिछले एक वर्ष के भीतर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में की गई जांचों में आठ संदिग्ध रोगी पाये गए हैं. इन मरीज़ों को उपचार के लिए मेडिकल कालेज रिफर किया गया है और उन्हें सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है.
Body:जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान से पहले रक्तदाताओं की जांच की जाती है.ब्लड बैंक प्रभारी के अनुसार पिछले एक वर्ष के भीतर इस केन्द्र पर 3782 लोगों के रक्त की जांच की गई जिसमें आठ लोग एचआईवी पॉजिटिव के संदिग्ध रोगी पाये गए हैं. प्रभारी के अनुसार इन सभी को जिला अस्पताल से लखनऊ जाने की सलाह दी गई है.
Conclusion:ब्लड बैंक के प्रभारी ने बताया कि एचआईवी की शंका होने पर जिला अस्पताल में खून की जांच की निःशुल्क व्यवस्था है.पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया जा सकता है उसके बाद बाकी देखरेख जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में कराने की व्यवस्था है. उन्होंने इससे बचाव के लिए मुख्य रूप से सुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी है.
बाइट-डॉ प्रवीण कुमार (प्रभारी ब्लड बैंक)
सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
Body:जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान से पहले रक्तदाताओं की जांच की जाती है.ब्लड बैंक प्रभारी के अनुसार पिछले एक वर्ष के भीतर इस केन्द्र पर 3782 लोगों के रक्त की जांच की गई जिसमें आठ लोग एचआईवी पॉजिटिव के संदिग्ध रोगी पाये गए हैं. प्रभारी के अनुसार इन सभी को जिला अस्पताल से लखनऊ जाने की सलाह दी गई है.
Conclusion:ब्लड बैंक के प्रभारी ने बताया कि एचआईवी की शंका होने पर जिला अस्पताल में खून की जांच की निःशुल्क व्यवस्था है.पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया जा सकता है उसके बाद बाकी देखरेख जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में कराने की व्यवस्था है. उन्होंने इससे बचाव के लिए मुख्य रूप से सुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी है.
बाइट-डॉ प्रवीण कुमार (प्रभारी ब्लड बैंक)
सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887