सिद्धार्थनगर: सीएम योगी आदित्यनाथ के लाख सख्ती के बावजूद सूबे में भ्रष्टाचार की रफ्तार थमती नजर नहीं आ रही है. जिसकी बानगी जनपद के डुमरियागंज विकास खंड में देखने को मिल रही है. हालांकि, कई बार यहां के ग्रामीणों की ओर से भ्रष्टाचार की शिकायतें तो की गई, लेकिन विकास खंड के जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती. वहीं, शिकायत के बाद कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है यानी हाल वही ढाक के तीन पात वाली है.
आपको बताते चलें कि जनपद के डुमरियागंज ब्लॉक के अरनी में मनरेगा के काम में जमकर घोटाला सामने आया है. जहां पेपर पर 40 मजदूर काम कर रहे हैं, लेकिन मौके पर मजदूरों की जगह ट्रैक्टर और जेसीबी से लगाए गए हैं. इस तरह से तालाब के सुंदरीकरण, नाला सफाई, चकरोड के काम और बांध की मरम्मत में भी 40 मजदूरों को दिखाया गया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. इसको लेकर ग्रामीणों ने जिम्मेदारों से शिकायत भी की, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. ऐसे में अब ग्रामीणों का कहना है कि हमारे यहां सिर्फ कागजों पर काम हो रहा है. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने आगे बताया कि कागजों में जहां 40 मजदूरों को दिखाया जा रहा है, वहां मौके पर केवल 4 लोग ही काम कर रहे हैं. वहीं, कुछ जगहों पर नाले की सफाई के नाम पर मनरेगा मजदूरों के केवल नाम भर के रुपये निकाले जा रहे हैं.
वहीं, दूसरी तरफ इसी तरह के मामले ग्रामसभा बसडीला मोदी नानकार से सामने आए हैं. जहां काम के नाम पर सिर्फ मजदूरों की तस्वीरें ली जा रही हैं. जिसकी ग्रामीणों ने आला अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ. ग्रामीणों का कहना है कि जिन पर भ्रष्टाचार रोकथाम की जिम्मेदारी है, वे ही जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. ग्राम प्रधान मिलकर पंचायत भवन निर्माण करा रहे हैं. इस पूरे मसले पर अन्य ग्रामीणों ने कहा कि हमारे यहां जो पंचायत भवन का निर्माण हो रहा है, उसका काम पिछले दो सालों से चल रहा है और इसके निर्माण में थर्ड क्लास मटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है.
इसके अलावा जनपद के केवटली नानकार में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं. जहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. ऐसे में डुमरियागंज विकास खंड के जिम्मेदार योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. वहीं, इस मामले को लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में लाया गया है. संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं. साथ ही जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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