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श्रावस्ती में बाढ़ का कहर, ग्रामीणों ने छतों पर बना बसेरा

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Published : Oct 7, 2022, 7:52 PM IST

श्रावस्ती में बाढ़ के पानी में सैकड़ों गांव डूब गए हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है और लोगों ने छतों पर डेरा डाल लिया है.

श्रावस्ती में बाढ़
श्रावस्ती में बाढ़

श्रावस्ती: नेपाल से छोड़ा गया पानी श्रावस्ती में जलप्रलय बनकर आया है. जिले में तीन दिनों से खेतों और गांवों में मटमैले पानी का सागर लहरा रहा है. राप्ती नदी अपने किनारों को तोड़कर चारों ओर तबाही मचाए हुए है. गांवों में फंसे लोगों की उम्मीदों को पल पल चढ़ता पानी तोड़ रहा है. श्रावस्ती के एक सैकड़ा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में डूब(Village submerged in flood) गए हैं. जान बचाने के लिए लोगों ने छतों पर बसेरा बनाया है. प्रशासन भी राहत कार्य में जुटा हुआ है.

एनडीआरएफ व फ्लड पीएसी भी बुला ली गई है. डीएम नेहा प्रकाश बाढ़ प्रभावित वीरपुर, अशरफ नगर समेत दर्जनों गांवों का भ्रमण कर दिशा निर्देश जारी कर रही हैं. राहत और बचाव कार्य का स्वयं मॉनीटरिंग कर रहीं हैं. फिर भी प्रशासन की व्यवस्था पर राप्ती का पानी भारी पड़ रहा है. सैलाब से कई मार्गों पर लबालब पानी भरा हुआ है. जमुनहा सिरसिया तेंदुआ लक्ष्मनपुर मार्ग पर चल रहीं लगभग 120 निजी बसें बंद कर दी गई हैं. स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.

श्रावस्ती में बाढ़ का पानी घरों में घुसा, डीएम ने किया दौरा

वहीं, गुरुवार को बाढ़ में डूबे लेखपाल का दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका है. कहने को तो बाढ़ प्रबंध योजना बनाई गई है. इसमें जिला तहसील बाढ़ नियंत्रण कक्ष व तहसील स्तरीय बाढ चौकियां, यातायात के साधन, नावों की व्यवस्था, आरटी सेट फ्लड, पीएसी के जवान, चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था के साथ ही पानी से घिरे गांवों के लोगों और पशुओं को स्थाई तौर पर पानी से बाहर निकालने आदि की व्यवस्था की गई है.

ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर पानी में डूब गए हैं, बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है. इकौना ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेलकर के राधानगर, अहिरन पुरवा, कौवापुर, शिवाजोत, भोजपुर, दहावरकला, महरौली, अंधरपुरवा आदि गांवों में भी बाढ़ से तबाही मची हुई है. इकौना भिनगा मार्ग पर भोजपुर से अंधरपुरवा तक एक मीटर से ऊपर मुख्य मार्ग पर पानी बह रहा है. कई गांव जलमग्न हो गए हैं और फसलें डूब गई हैं.

ग्राम पंचायत बेलकर में निर्माणाधीन गोशाला में रखा 70 बोरी सीमेंट बाढ़ में बर्बाद हो गया है. प्रशासन की ओर से बांटे जा रहे लंच पैकेट पीड़ितों की भूख नहीं मिटा पा रहे हैं. श्रावस्ती के पूर्व सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्रा ने दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण कर लोगों का हाल जाना. राहत व बचाव कार्य के लिए प्रशासन से बात कर बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाने और दैनिक उपयोगी वस्तुओं को पहुंचाने के लिए निर्देशित भी किया.


यह भी पढ़ें:गोंडा में बाढ़ जैसे हालात, आगामी 24 घंटे तक भारी बारिश के आसार, 8 अक्टूबर तक स्कूल बंद

यह भी पढ़ें:40 घंटे की बारिश से पानी-पानी हुआ बस्ती, आवागमन ठप

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एनडीआरएफ व फ्लड पीएसी भी बुला ली गई है. डीएम नेहा प्रकाश बाढ़ प्रभावित वीरपुर, अशरफ नगर समेत दर्जनों गांवों का भ्रमण कर दिशा निर्देश जारी कर रही हैं. राहत और बचाव कार्य का स्वयं मॉनीटरिंग कर रहीं हैं. फिर भी प्रशासन की व्यवस्था पर राप्ती का पानी भारी पड़ रहा है. सैलाब से कई मार्गों पर लबालब पानी भरा हुआ है. जमुनहा सिरसिया तेंदुआ लक्ष्मनपुर मार्ग पर चल रहीं लगभग 120 निजी बसें बंद कर दी गई हैं. स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.

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वहीं, गुरुवार को बाढ़ में डूबे लेखपाल का दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका है. कहने को तो बाढ़ प्रबंध योजना बनाई गई है. इसमें जिला तहसील बाढ़ नियंत्रण कक्ष व तहसील स्तरीय बाढ चौकियां, यातायात के साधन, नावों की व्यवस्था, आरटी सेट फ्लड, पीएसी के जवान, चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था के साथ ही पानी से घिरे गांवों के लोगों और पशुओं को स्थाई तौर पर पानी से बाहर निकालने आदि की व्यवस्था की गई है.

ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर पानी में डूब गए हैं, बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है. इकौना ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेलकर के राधानगर, अहिरन पुरवा, कौवापुर, शिवाजोत, भोजपुर, दहावरकला, महरौली, अंधरपुरवा आदि गांवों में भी बाढ़ से तबाही मची हुई है. इकौना भिनगा मार्ग पर भोजपुर से अंधरपुरवा तक एक मीटर से ऊपर मुख्य मार्ग पर पानी बह रहा है. कई गांव जलमग्न हो गए हैं और फसलें डूब गई हैं.

ग्राम पंचायत बेलकर में निर्माणाधीन गोशाला में रखा 70 बोरी सीमेंट बाढ़ में बर्बाद हो गया है. प्रशासन की ओर से बांटे जा रहे लंच पैकेट पीड़ितों की भूख नहीं मिटा पा रहे हैं. श्रावस्ती के पूर्व सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्रा ने दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांवों का भ्रमण कर लोगों का हाल जाना. राहत व बचाव कार्य के लिए प्रशासन से बात कर बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाने और दैनिक उपयोगी वस्तुओं को पहुंचाने के लिए निर्देशित भी किया.


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