श्रावस्तीः उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर सियासत गर्म है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने बगावत कर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले दो पूर्व चेयरमैन समेत 3 बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है. पार्टी ने इन नेताओं को 6-6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जिन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें से एक महिला नेता भी शामिल हैं, जो इकौना के निर्वतमान चेयरमैन की पत्नी हैं. जबकि दो नगर पालिका भिनगा व नगर पंचायत इकौना के निर्वतमान अध्यक्ष हैं.
इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी श्रावस्ती के जिलाध्यक्ष महेश मिश्रा ओम ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के निर्देश पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण भिनगा नगर पालिका परिषद के निवर्तमान चेयरमैन अजय आर्य, नगर पंचायत इकौना के निवर्तमान अध्यक्ष जीतेंद्र गुप्ता व उनकी पत्नी रेनू गुप्ता को पार्टी से छह-छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्काषित किया गया है. भिनगा नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी राकेश गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि इकौना नगर पंचायत के निवर्तमान चेयरमैन पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी शांती कंठरा का विरोध कर दूसरे प्रत्याशी का समर्थन कर रहे हैं.
बता दें कि इकौना नगर पंचायत का चुनाव अब बेहद ही दिलचस्प हो गया है. इकौना नगर पंचायत से 15 सालों से लगातार बीजेपी के चेयरमेन अब कांग्रेस के समर्थन में आ गए हैं. 15 सालों से बीजेपी के चेयरमेन रहे जितेंद्र गुप्ता ने टिकट न मिलने पर पार्टी से बगावत की है. इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 सालों के निष्कासित कर दिया है. उन्होंने निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी गजाला चौधरी के समर्थन का ऐलान किया है. जाहिर है कि इससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़नी तय हैं.
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