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सहारनपुर : कस्तूरबा गांधी विद्यालय का सच, वार्डन बच्चियों से कराती हैं  पैरों की मालिश - सहारनपुर समाचार

यूपी के सहारनपुर के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ने आई छात्राओं से वार्डन द्वारा अपना निजी काम कराया जा रहा है. यहां वार्डन बच्चियों से अपने पैरों की मालिश और सिर में कंघी करा रही हैं. इसका वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है.

वार्डन बच्चियों से करा रही पैरों की मालिश
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Published : Sep 2, 2019, 11:39 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: एक ओर जहां केंद्र की मोदी सरकार "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का नारा देकर देश की बेटियों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है. वहीं जिले के एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस स्कूल में वार्डन द्वारा बच्चियों से अपने पैरों की मालिश और सिर में कंघी कराई जा रही है. इतना ही नहीं विद्यालय में ईंट ढुलाई का काम भी कराया जा रहा है. चौंकाने वाली बात तो यह भी है कि अपने माता-पिता से दूर आवासीय विद्यालय में रह रही बेटियों को खाने के लिए रोटियां भी गिन कर हाथों में परोसी जा रही हैं. वार्डन की इन सब करतूतों का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और जिला प्रशासन वीडियो को पुराना बताने के साथ मामले की जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है.

कस्तूरबा गांधी विद्यालय में वार्डन बच्चियों से करा रही पैरों की मालिश.

आई थीं पढ़ने, कराया जा है ईंट ढुलाई का काम

  • सहारनपुर में इन दिनों कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
  • यह विद्यालय विकास खण्ड मुजफ्फराबाद के गांव तोता टांडा में स्थित है, यहां विद्यालय की वार्डन एवं प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चियों से ईंट ढुलाई का काम कराया जा रहा है.
  • इतना ही नही बेटियों को पढ़ाने की बजाए अपने निजी काम भी कराए जा रहे हैं.
  • प्रधानाचार्या की हिटलरशाही यहीं खत्म नहीं होती इसके बाद इनके माता-पिता की गरीबी का जमकर मजाक उड़ाया जाता है.
  • यहां रसोइया हाथों पर अचार के साथ गिनती की दो-दो रोटियां देती है.
  • जिला अधिकारी आलोक कुमार पांडे ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच आदेश दिए हैं.

यह वीडियो तीन साल पुराना है, लेकिन वायरल अब हो रहा है. वीडियो में जो अध्यापिका बच्चियों से पैरों की मालिश और सिर में कंघी करा रही है वह पूरी तरह से गलत है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आरोपी अध्यापिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी

सहारनपुर: एक ओर जहां केंद्र की मोदी सरकार "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का नारा देकर देश की बेटियों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है. वहीं जिले के एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस स्कूल में वार्डन द्वारा बच्चियों से अपने पैरों की मालिश और सिर में कंघी कराई जा रही है. इतना ही नहीं विद्यालय में ईंट ढुलाई का काम भी कराया जा रहा है. चौंकाने वाली बात तो यह भी है कि अपने माता-पिता से दूर आवासीय विद्यालय में रह रही बेटियों को खाने के लिए रोटियां भी गिन कर हाथों में परोसी जा रही हैं. वार्डन की इन सब करतूतों का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और जिला प्रशासन वीडियो को पुराना बताने के साथ मामले की जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है.

कस्तूरबा गांधी विद्यालय में वार्डन बच्चियों से करा रही पैरों की मालिश.

आई थीं पढ़ने, कराया जा है ईंट ढुलाई का काम

  • सहारनपुर में इन दिनों कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
  • यह विद्यालय विकास खण्ड मुजफ्फराबाद के गांव तोता टांडा में स्थित है, यहां विद्यालय की वार्डन एवं प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चियों से ईंट ढुलाई का काम कराया जा रहा है.
  • इतना ही नही बेटियों को पढ़ाने की बजाए अपने निजी काम भी कराए जा रहे हैं.
  • प्रधानाचार्या की हिटलरशाही यहीं खत्म नहीं होती इसके बाद इनके माता-पिता की गरीबी का जमकर मजाक उड़ाया जाता है.
  • यहां रसोइया हाथों पर अचार के साथ गिनती की दो-दो रोटियां देती है.
  • जिला अधिकारी आलोक कुमार पांडे ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच आदेश दिए हैं.

यह वीडियो तीन साल पुराना है, लेकिन वायरल अब हो रहा है. वीडियो में जो अध्यापिका बच्चियों से पैरों की मालिश और सिर में कंघी करा रही है वह पूरी तरह से गलत है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आरोपी अध्यापिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी

Intro:सहारनपुर : एक ओर जहां केंद्र की मोदी सरकार "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का नारा देकर देश की बेटियों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे है वहीं सहारनपुर के एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय में म सिर्फ बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है बल्कि वार्डन द्वारा बच्चियों से अपने पैरों की मालिश और सिर में कंगी कराई जा रही है। इतना ही नही विद्यालय में ईंट ढुलाई के काम भी कराया जा रहा है। चोकाने वाली बात तो ये भी है कि अपने माता पिता से दूर आवासीय विद्यालय में रह रही बेटियों को खाने के लिए रोटियां भी गिन कर हाथों में परोसी जा रही है। वार्डन की इन सब करतूतों का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और जिला प्रशासन वीडियो को पुराना होना बताने के साथ मामले की जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि सहारनपुर में इन दिनों कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह विद्यालय विकास खण्ड मुजफ्फराबाद ग़ांव तोता टांडा में स्तिथ है। जहां विद्यालय की वार्डन एवं प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चियों से ईंट ढुलाई का काम कराया जा रहा है। बालिकाओं से पैरों की मालिश और सिर में कंगी कराई जा रही है। इतना ही नही बेटियों को पढ़ाने की बजाए अपने निजी काम भी कराए जा रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये तस्वीरें इस बात गवाही दे रही हैं। आप तस्वीरों में साफ देख सकते है जिन बेटियों से मां बाप पांव छुआना भी पाप समझते है ये प्रधानाचार्या इन बेटियों से पैरों की मालिश करा रही है और खुद मोबाइल में खोई हुई है। मां बाप से दूर रह रही बेटियों से सिर में कंगी कराई जा रही है। प्रधानाचार्या की हिटलरशाही यहीं खत्म नही होती इसके बाद जब बेटियों के कहने की बात आती है यहां भी इनके माता पिता की गरीबी का जमकर मख़ौल उड़ाया जाता है। देखिए इन बच्चियों को करोड़ो की लागत से बने विद्यालय में बेहतर शिक्षा तो दूर खाना कैसे खाया जाता है ये नही सिखाया जाता है। रसोइया हाथों पर अचार के साथ गिनती की दो दो रोटियां देकर चलता कर रही है और भूख के मारे ये बेटियां खड़े खड़े चलते फिरते ही रूखी सुखी खाकर पेट भर रही है। वायरल हो रही तस्वीरे तोता टांडा के इस बालिका आवासीय विद्यालय की पोल खोल रही है। वहीं जिला अधिकारी आलोक कुमार पांडे ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर बेशिक शिक्षा अधिकारी कक मामले की जांच आदेश दे दिए है। जिलाधिकारी ने बताया कि यह वीडियो तीन साल पुराना है लेकिन वायरल अब हो रहा है। वीडियो में जो अध्यापिका बच्चियों से पैरों की मालिश, और सिर में कंगी करा रही है वह पूरी तरह से गलत है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आरोपी अध्यापिका के खिलाफ़ उचित कार्यवाई की जाएगी।

बाईट - आलोक कुमार पांडे ( जिलाधिकारी )


Conclusion:FVO - तस्वीरों में प्रधानाचार्या की करतुते साफ दिख रही है। सूत्रों की माने तो मामला अगस्त महीने का है और ये वीडियो स्टाफ के सदस्य ने बनाकर वायरल की है ताकि बच्चियों के साथ हो रही नाइंसाफी से छुटकारा दिलाया जा सके। बावजूद इसके शिक्षा विभाग इसमें कार्यवाई के बजाए वीडियो को पुराना बताकर अध्यापिका का बचाव करता नजर आ रहा है। शायद यही वजह है कि शिक्षा विभाग ने जिला अधिकारी को इस वीडियो के तीन साल पुराना होने की बात कही कही है। जबकि तीन साल पहले विद्यालय की दीवारों पर यह भगवा रंग नही हो पाया था। जिसके चलते शिक्षा विभाग के दावे फैल होते दिखाई दे रहे है।

रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153


Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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