सहारनपुर: एक ओर जहां केंद्र की मोदी सरकार "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का नारा देकर देश की बेटियों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है. वहीं जिले के एक कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बेटियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. इस स्कूल में वार्डन द्वारा बच्चियों से अपने पैरों की मालिश और सिर में कंघी कराई जा रही है. इतना ही नहीं विद्यालय में ईंट ढुलाई का काम भी कराया जा रहा है. चौंकाने वाली बात तो यह भी है कि अपने माता-पिता से दूर आवासीय विद्यालय में रह रही बेटियों को खाने के लिए रोटियां भी गिन कर हाथों में परोसी जा रही हैं. वार्डन की इन सब करतूतों का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और जिला प्रशासन वीडियो को पुराना बताने के साथ मामले की जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है.
आई थीं पढ़ने, कराया जा है ईंट ढुलाई का काम
- सहारनपुर में इन दिनों कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
- यह विद्यालय विकास खण्ड मुजफ्फराबाद के गांव तोता टांडा में स्थित है, यहां विद्यालय की वार्डन एवं प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चियों से ईंट ढुलाई का काम कराया जा रहा है.
- इतना ही नही बेटियों को पढ़ाने की बजाए अपने निजी काम भी कराए जा रहे हैं.
- प्रधानाचार्या की हिटलरशाही यहीं खत्म नहीं होती इसके बाद इनके माता-पिता की गरीबी का जमकर मजाक उड़ाया जाता है.
- यहां रसोइया हाथों पर अचार के साथ गिनती की दो-दो रोटियां देती है.
- जिला अधिकारी आलोक कुमार पांडे ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच आदेश दिए हैं.
यह वीडियो तीन साल पुराना है, लेकिन वायरल अब हो रहा है. वीडियो में जो अध्यापिका बच्चियों से पैरों की मालिश और सिर में कंघी करा रही है वह पूरी तरह से गलत है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आरोपी अध्यापिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी