सहारनपुर: जिले में देवबन्द के महाकालेश्वर ज्ञान आश्रम में अपने गुरु स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती से मिलने स्वामी दीपांकर महाराज पहुंचे. पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने CAA और NRC के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बारे में कहा कि प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है. लेकिन प्रदर्शन करने की वजह पुख्ता होनी चाहिए. साथ ही देवबन्द में हो रहे प्रदर्शन को लेकर कहा कि प्रदर्शनकारियों के लिए हो रहे फंडिंग की भी जांच होनी चाहिए.
आजाद देश में आजादी के नारे लगाना अच्छी बात नहीं
उन्होंने कहा कि आजाद देश में आजादी के नारे लगाना कहीं न कहीं विचार भिन्नता लगती है. देवबन्द धरने को फंडिंग के सवाल पर कहा कि मुझे लगता है उसके लिए इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ज्यादा बेहतर है और वो ज्यादा बेहतर समझ सकती है की क्या स्टेप लेना है. मगर हां इतना जरूर है की जिस तरह से पीएफआई का नाम आ रहा है और जिस तरह से फंडिंग का नाम आ रहा है निसन्देह दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए.
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