सहारनपुर: प्रदूषण को लेकर प्रदूषण विभाग का दावा है कि प्रदूषण बोर्ड के प्रयास से इस बार न सिर्फ पटाखे कम जलाये गए बल्कि मॉनिटरिंग में प्रदूषण की मात्रा कम पाई गई है. इतना ही नहीं दिवाली के बाद 21 अक्टूबर को प्रदूषण की मात्रा 205.92 थी और 27 तारीख को 382.21 पाई गई. जो पिछले पिछले वर्ष की तुलना इस बार काफी कम पाई गई है.
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक एसआर मौर्या ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि इस बार दिवाली पर पिछले साल की तुलना में कम पटाखे चलाए गए है. प्रशासन एवं प्रदूषण बोर्ड के प्रयास से प्रदूषण में कमी आई है. बोर्ड के प्रयास एवं जागरूकता अभियान से इस बार पटाखों को लेकर उत्सर्जन में काफी कमी आई है.
हालांकि कभी प्रदूषण विभाग द्वारा सहारनपुर से डायरेक्ट मॉनिटरिंग नहीं होती है. इसकी मॉनिटरिंग आईआईटी रुड़की इंस्टीट्यूट द्वारा की जाती है. इस बार दो अलग-अलग तिथियों 21 अक्टूबर और 27 अक्टूबर में मॉनिटरिंग की गई.
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के अनुसार एक सप्ताह के अंतर पर प्रदूषण की मॉनिटरिंग की गई है, जिसमें 21 अक्टूबर को 217.7 पीएम टेंट की मात्रा पाई गई थी, जबकि 27 अक्टूबर को 426.39 मात्रा रिकॉर्ड की गई है. जोकि क्लॉक टावर की पोजीशन के अंतर्गत पाई गई है. वही डीपीटी कैंपस के अंदर जो मॉनिटरिंग की गई है. उसमें 21 अक्टूबर को 205.92 और 27 तारीख को 382.21 पाई गई है, जो पिछले पिछले वर्ष की तुलना इस बार उत्सर्जन काफी कम पाया गया है.