शामली: देश में आज भी ऐसे युवा हैं, जो अपने माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा के लिए अलग ही सोच रखते हैं. युवाओं की सोच बदलने निकले 'कलयुग के श्रवण कुमार' पप्पन ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाने का सपना संजोया है. पानीपत के रहने वाले पप्पन माता-पिता को लेकर धार्मिक यात्रा पर निकले हैं. कलयुग के इस श्रवण ने हरिद्वार में हर का पैड़ी में गंगाजल भरने के बाद माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर यात्रा शुरू की.
कलयुग का श्रवण कुमार
- पानीपत के पप्पन युवाओं के लिए मिशाल बन गए हैं.
- पप्पन का कहना है कि देश का हर युवा अपने माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा करे.
- उन्होंने यह कदम नई पीढ़ी के युवाओं को संदेश देने के लिए उठाया है.
- पप्पन हरिद्वार से एक क्विंटल से अधिक वजन लेकर पानीपत के लिए निकले हैं.
- परिवार का हर शख्श उनकी तारीफ करते हुए यात्रा को सुगम बनाने में उनकी मद्द कर रहा है.
माता-पिता की उंगली थाम के चलना सीखा. हम जो कुछ भी हैं, माता-पिता की वजह से हैं. दुनिया में मां की ममता का कोई मोल नहीं है और पिता की मोहब्बत का कोई तोड़ नहीं है. पप्पन रोजाना तकरीबन 12 से 15 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं. खास बात यह है कि जब से उन्होंने यात्रा शुरू की है, तभी से महादेव ने मौसम सुहावना करते हुए उनके रास्ते में फूल बिछाने का काम किया है.
-पप्पन, कांवड़िया