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शामली में टिड्डी दल के हमले की आशंका के तहत डीएम ने जारी किया अलर्ट - आपदा राहत दल

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में टिड्डी दल के हमले की आशंका को देखते हुए डीएम ने अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि अभी तक जिले में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन झांसी में हुए हमले के बाद खतरे को भांपते हुए किसानों को सर्तक रहने के निर्देश दिए गए हैं.

attack of locust.
टिड्डी दल के हमले को लेकर प्रशासन अलर्ट.
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Published : May 25, 2020, 5:40 PM IST

शामली: कोरोना महामारी के साथ-साथ टिड्डी दल के हमले की आशंकाओं ने जनपद के अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं इसी के चलते डीएम ने किसानों को अलर्ट जारी करते हुए जिले में आपदा राहत दल का गठन कर दिया है. टिड्डी दल के हमले से फसलों को बचाने के लिए किसानों को पारंपरिक प्रयोग जैसे टीन शेड और ढोल नगाड़े बजाने के निर्देश भी दिए गए हैं.

टीन व ढोल नगाड़े बजाने, पटाखे फोड़ने के निर्देश
अधिकारियों के मुताबिक करोड़ों की संख्या में टिड्डी दल झुण्ड के रूप में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाता है. इसी के चलते किसान भाइयों को इस दल से अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कीटनाशकों का छिड़काव करना होगा. साथ ही अन्य बचाव राहत कार्य के लिए चिड़िया व बंदर भगाने के लिए प्रयोग होने वाले तरीकों एवं शाम को टीन व ढ़ोल नगाड़े बजाकर, पटाखे फोड़कर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास करने के निर्देश भी दिए गए हैं

डीएम जसजीत कौर ने बताया कि, जिले में फिलहाल टिड्डी दल का आगमन नहीं हुआ है, लेकिन किसान भाइयों को पहले ही सर्तक रहने की आवश्यकता है. किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि विभाग के सभी अधिकारियों को भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के लिए आपदा राहत दल का भी गठन कर लिया गया है.

आपदा राहत दल का गठन

  • अधिकारियों के मुताबिक झांसी में किसानों की फसलों पर टिड्डी दल के हमले की वारदात सामने आई है.
  • मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी टिड्डी दल का आगमन हो गया है. इसी के चलते जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है.
  • डीएम और कृषि विभाग के अधिकारियों ने टिड्डी दल के हमले से बचने के लिए किसानों को पारंपरिक प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं.
  • टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के लिए डीएम ने जिले में आपदा राहत दल का भी गठन किया गया है.

शामली: कोरोना महामारी के साथ-साथ टिड्डी दल के हमले की आशंकाओं ने जनपद के अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं इसी के चलते डीएम ने किसानों को अलर्ट जारी करते हुए जिले में आपदा राहत दल का गठन कर दिया है. टिड्डी दल के हमले से फसलों को बचाने के लिए किसानों को पारंपरिक प्रयोग जैसे टीन शेड और ढोल नगाड़े बजाने के निर्देश भी दिए गए हैं.

टीन व ढोल नगाड़े बजाने, पटाखे फोड़ने के निर्देश
अधिकारियों के मुताबिक करोड़ों की संख्या में टिड्डी दल झुण्ड के रूप में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाता है. इसी के चलते किसान भाइयों को इस दल से अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कीटनाशकों का छिड़काव करना होगा. साथ ही अन्य बचाव राहत कार्य के लिए चिड़िया व बंदर भगाने के लिए प्रयोग होने वाले तरीकों एवं शाम को टीन व ढ़ोल नगाड़े बजाकर, पटाखे फोड़कर टिड्डी दल को भगाने का प्रयास करने के निर्देश भी दिए गए हैं

डीएम जसजीत कौर ने बताया कि, जिले में फिलहाल टिड्डी दल का आगमन नहीं हुआ है, लेकिन किसान भाइयों को पहले ही सर्तक रहने की आवश्यकता है. किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि विभाग के सभी अधिकारियों को भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के लिए आपदा राहत दल का भी गठन कर लिया गया है.

आपदा राहत दल का गठन

  • अधिकारियों के मुताबिक झांसी में किसानों की फसलों पर टिड्डी दल के हमले की वारदात सामने आई है.
  • मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी टिड्डी दल का आगमन हो गया है. इसी के चलते जिले में भी अलर्ट जारी किया गया है.
  • डीएम और कृषि विभाग के अधिकारियों ने टिड्डी दल के हमले से बचने के लिए किसानों को पारंपरिक प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं.
  • टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के लिए डीएम ने जिले में आपदा राहत दल का भी गठन किया गया है.
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