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शामली: क्रब में कैद हुआ दो बेटियों की हत्या का गुनाह, दोनों मांग रहीं इंसाफ - शामली पुलिस

उत्तर प्रदेश के कैराना में 20 मई को दो बेटियों की लाशें एक खेत से बरामद हुई थीं. दोनों शवों पर मौजूद निशान कातिलों का मुकाबला कर मौत को गले लगाने वाली बेटियों के हौंसलों को बयां कर रहे थे. इस वारदात के बाद आज तक जनपद की पुलिस न तो दोनों शवों की शिनाख्त कर पाई है और न ही कातिलों का सुराग लगा पाई है.

शामली
फेल साबित हुई पुलिस की जांच
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Published : Jun 24, 2020, 7:34 PM IST

शामली: कहते हैं कि कातिल कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस उसका सुराग लगा ही लेती है, लेकिन यह कहावत तब तक ही सही होती है, जब तक जिम्मेदार और कुर्सी पर बैठे पुलिस अफसरों के दिलों में जनता को न्याय दिलाने का जज्बा जिंदा हो. फिलहाल यमुना में पाप धोने वाले माफियाओं की धींगामुश्ती का सहारा बनी शामली पुलिस बेटियों को भी इंसाफ दिलाने में फेल नजर आ रही है. हम बात कर रहे हैं कैराना में 20 मई को मिली दो लड़कियों की लाशों के बारे में, जिन्हें बेरहमी से मौत के घाट उतारकर जंगलों में फेंक दिया गया था.

क्या है पूरा मामला

कैराना के गांव जगनपुर में 20 मई को दो बेटियों की लाशें एक खेत से बरामद हुई थीं. दोनों शवों पर मौजूद निशान कातिलों का मुकाबला करने के दौरान दिए गए जख्मों को दिखा रहे थे. डबल मर्डर की इस वारदात को एक महीने बीतने के बाद भी अब तक पुलिस गुनहगारों का सुराग लगाना तो दूर दोनों शवों की शिनाख्त तक नहीं कर पाई है. डबल मर्डर की इस सनसनीखेज वारदात में शामली के साथ-साथ पूरे मेरठ जोन की कुछ विशेष टीमों को भी तहकीकात में लगाया गया है, लेकिन अब तक कोई अपेक्षित सफलता नहीं मिली है.

कब्र में दफनाई गई दोनों लाशें

पोस्टमार्टम के बाद दोनों बेटियों के शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. पहचान नहीं होने के चलते लड़कियों के धर्म से संबंधित कोई जानकारी भी पुलिस को पता नहीं चली थी. इसके बाद पुलिस ने दोनों बेटियों के शवों को कब्र खुदवाकर दफन करा दिया गया था. तब से लेकर अब तक पुलिस इस वारदात के खुलासे के लिए जी-जान से जुटने का दावा कर रही है, लेकिन कब्र में दफन शव आज भी पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

सैकड़ों से पूछताछ, नतीजा सिफर

डबल मर्डर की वारदात में कैराना कोतवाली पुलिस समेत विभाग की कई टीमें सैंकड़ों लोगों से पूछताछ करने, भारी संख्या में फोन नंबरों की लोकेशन खंगालने और घटनास्थल के आस-पास कई किलोमीटर का एरिया खंगालने का दावा कर रही है. लेकिन नतीजा सिफर नजर आ रहा है. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान पुलिस की चाक-चौबंद नाकाबंदी और सड़कों पर वाहनों के निकलने पर पाबंदी के बावजूद दोनों शव खेत पर कैसे पहुंचे, पुलिस आज तक इस सवाल का जवाब भी नहीं तलाश पाई है.

जहां पर खेत में दोनों लाशें मिली थीं, उसी के नजदीक कुछ दिनों बाद पुलिस की जांच-पड़ताल के दौरान दो मकानों को सील किया था. मकानों के अंदर खून के छींटे मिले थे. मेरठ से आई फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर मकान से मिले ब्लड के सैंपल लिए थे. फिलहाल ब्लड सैंपल को शवों के साथ मैचिंग के लिए प्रयोगशाला में भेजवाया गया है. लिखित में पत्र भेजकर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. कई टीमें डबल मर्डर की वारदात के खुलासे के लिए लगाई गई हैं.
-विनीत जायसवाल, एसपी शामली

शामली: कहते हैं कि कातिल कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस उसका सुराग लगा ही लेती है, लेकिन यह कहावत तब तक ही सही होती है, जब तक जिम्मेदार और कुर्सी पर बैठे पुलिस अफसरों के दिलों में जनता को न्याय दिलाने का जज्बा जिंदा हो. फिलहाल यमुना में पाप धोने वाले माफियाओं की धींगामुश्ती का सहारा बनी शामली पुलिस बेटियों को भी इंसाफ दिलाने में फेल नजर आ रही है. हम बात कर रहे हैं कैराना में 20 मई को मिली दो लड़कियों की लाशों के बारे में, जिन्हें बेरहमी से मौत के घाट उतारकर जंगलों में फेंक दिया गया था.

क्या है पूरा मामला

कैराना के गांव जगनपुर में 20 मई को दो बेटियों की लाशें एक खेत से बरामद हुई थीं. दोनों शवों पर मौजूद निशान कातिलों का मुकाबला करने के दौरान दिए गए जख्मों को दिखा रहे थे. डबल मर्डर की इस वारदात को एक महीने बीतने के बाद भी अब तक पुलिस गुनहगारों का सुराग लगाना तो दूर दोनों शवों की शिनाख्त तक नहीं कर पाई है. डबल मर्डर की इस सनसनीखेज वारदात में शामली के साथ-साथ पूरे मेरठ जोन की कुछ विशेष टीमों को भी तहकीकात में लगाया गया है, लेकिन अब तक कोई अपेक्षित सफलता नहीं मिली है.

कब्र में दफनाई गई दोनों लाशें

पोस्टमार्टम के बाद दोनों बेटियों के शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. पहचान नहीं होने के चलते लड़कियों के धर्म से संबंधित कोई जानकारी भी पुलिस को पता नहीं चली थी. इसके बाद पुलिस ने दोनों बेटियों के शवों को कब्र खुदवाकर दफन करा दिया गया था. तब से लेकर अब तक पुलिस इस वारदात के खुलासे के लिए जी-जान से जुटने का दावा कर रही है, लेकिन कब्र में दफन शव आज भी पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

सैकड़ों से पूछताछ, नतीजा सिफर

डबल मर्डर की वारदात में कैराना कोतवाली पुलिस समेत विभाग की कई टीमें सैंकड़ों लोगों से पूछताछ करने, भारी संख्या में फोन नंबरों की लोकेशन खंगालने और घटनास्थल के आस-पास कई किलोमीटर का एरिया खंगालने का दावा कर रही है. लेकिन नतीजा सिफर नजर आ रहा है. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान पुलिस की चाक-चौबंद नाकाबंदी और सड़कों पर वाहनों के निकलने पर पाबंदी के बावजूद दोनों शव खेत पर कैसे पहुंचे, पुलिस आज तक इस सवाल का जवाब भी नहीं तलाश पाई है.

जहां पर खेत में दोनों लाशें मिली थीं, उसी के नजदीक कुछ दिनों बाद पुलिस की जांच-पड़ताल के दौरान दो मकानों को सील किया था. मकानों के अंदर खून के छींटे मिले थे. मेरठ से आई फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर मकान से मिले ब्लड के सैंपल लिए थे. फिलहाल ब्लड सैंपल को शवों के साथ मैचिंग के लिए प्रयोगशाला में भेजवाया गया है. लिखित में पत्र भेजकर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. कई टीमें डबल मर्डर की वारदात के खुलासे के लिए लगाई गई हैं.
-विनीत जायसवाल, एसपी शामली

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