शामली: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसक घटनाओं के मद्देनजर शामली पुलिस ने भी कमर कस ली है. जिले के डीएम अखिलेश सिंह और एसपी विनीत जायसवाल ने पुलिसकर्मियों के साथ दंगा नियंत्रण ड्रिल करते हुए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया. ड्रिल के दौरान डीएम-एसपी ने हथियारों से फायरिंग भी की.
क्या है पूरा मामला
- हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस ने जिले के सर्वाधिक संवेदनशील कस्बे कैराना में दंगा नियंत्रण ड्रिल किया.
- एसपी के निर्देशन में कैराना के पब्लिक इंटर कॉलेज में दंगा नियंत्रण ड्रिल किया गया.
- दंगे के हालातों में भीड़ से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को हथियार, लाठी चलाने, हैंड ग्रेनेड का प्रशिक्षण दिया गया.
- आक्रोशित भीड़ पर स्टन ग्रेनेड और आंसू गैस के गोले दागने का प्रशिक्षण भी हुआ.
- पुलिसकर्मियों को हालातों के मुताबिक दिशा और दशा का ध्यान रखने, रबर बुलेट के इस्तेमाल की जानकारी भी दी गई.
- दंगाइयों को चिन्हित करने के लिए भीड़ पर डाई मार्कर छोड़ने का अभ्यास भी कराया गया.
- बलवाइयों के उग्र होने पर 12 बोर की गन के इस्तेमाल की जानकारी देते हुए फायरिंग प्वाइंटों के बारे में भी समझाया गया.
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कई जगहों से हिंसक घटनाएं सामने आने पर संवेदनशीलता बरती जा रही है. हमारे पास पर्याप्त फोर्स है. इसी क्रम में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने दंगा नियंत्रण ड्रिल किया. पुलिस हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है. यदि कोई माहौल खराब करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-विनीत जायसवाल, पुलिस अधीक्षक