शामली: जिले में सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों के बीच हुई मारपीट पर अधिकारी सख्त हो गए हैं. सीएमओ ने पूरे मामले की पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. टीम ने मामले से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं.
क्या है पूरा मामला
- गांव रमाला निवासी साकेत एक एक्सीडेंट में हाथ और पैर में चोट लगने के कारण सीएचसी शामली आया था.
- मरीज की उंगली में गंभीर चोट आई थी, जिसके लिए उसे हड्डी रोग विशेषज्ञ के कक्ष में भेजा गया था.
- घायल ने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जाहिद अली पर उपचार के नाम पर पांच हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया था.
- मामले की शिकायत पीड़ित ने सीएचसी प्रभारी डॉ. रमेश चंद्रा से की थी. इसके बाद वे पूछताछ के लिए डॉक्टर के पास गए थे.
- मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने भी आरोपी चिकित्सक पर दो साथियों के साथ मिलकर मारपीट का आरोप लगाया था.
- इस मामले में हड्डी रोग विशेषज्ञ ने भी मेडिकल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए सीएमओ से शिकायत की थी.
तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन
सरकारी अस्पताल में मरीज से सुविधा शुल्क मांगे जाने और डॉक्टरों के बीच हुई मारपीट के मामले में अधिकारियों ने कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है. सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. टीम को पूरे मामले की जांच पड़ताल कर शीघ्रता से रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. टीम में एसीएमओ स्तर के तीन अधिकारी डॉ. केपी सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. अशोक हांडा शामिल किए गए हैं.
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने कहा कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है. टीम में एसीएमओ स्तर के तीन अधिकारी शामिल किए गए हैं. मामले से जुड़े लोगों के बयान लिए जा रहे हैं. जांच पूरी होने पर रिपोर्ट महकमे के आलाधिकारियों और डीएम शामली को सौंपी जाएगी.