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शामली: जिसे कब्र में किया था दफन, वो 30 साल बाद लौटा घर - तीस वर्ष बाद घर लौटा युवक

क्या कभी हम सोच सकते हैं कि किसी का मरा हुआ बेटा 30 वर्ष बाद घर लौट सकता है. जी हां हम बात कर रहे हैं शामली जिले की जहां 30 वर्ष पूर्व एक किशोर को सांप ने काट लिया था और उसे दफना दिया गया था, लेकिन वह किशोर आज अपने घर वापस लौट आया है.

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मरा हुआ बेटा लौटा वापस
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Published : Dec 6, 2019, 2:59 PM IST

शामली: जिले के जहानपुर गांव में 30 साल पहले एक किशोर को सांप काटने के बाद उसे मृत समझकर दफना कर दिया गया था. उसी दौरान एक सपेरे मृत किशोर को कब्र से बाहर निकालकर अपने साथ ले गए थे. अब युवक अपने परिजनों से मिलने घर पहुंचा तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई.

मरा हुआ बेटा लौटा वापस.

30 वर्ष बाद लौटा मृत बेटा

कैराना क्षेत्र के गांव जहानपुरा निवासी इलियास उर्फ लियासा का बेटा हाशिम करीब 30 वर्ष पूर्व अपने खेत पर गया हुआ था. उस समय हाशिम की उम्र आठ साल थी और खेत पर काम करते समय उसे सांप ने डस लिया था. परिजनों ने हाशिम को मृत मानते हुए गांव में स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था. हासिम की मां ने बताया कि सपेरों ने उसके बेटे को कब्र से बाहर निकाल लिया था. मां ने बताया कि बेटा सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए आया था और मां बेटे ने एक दूसरे को पहचान लिया. परिजनों ने सपेरों से संपर्क किया और हाशिम दो सपेरों के साथ अपने घर पहुंचा.

इसे भी पढ़ें:-मास्टर जी का अनोखा अंदाज, कहानियों के माध्यम से बच्चों में भर रहे हैं संस्कार

सपेरों ने बचाई थी जान
हासिम की मौत के बाद परिजनों को सूचना मिली थी कि उनके बेटे की कब्र से छेड़छाड़ हुई है. परिजन तभी से उसके तलाश में जुटे हुए थे. हाशिम के साथ घर पहुंचे सपेरे श्यामनाथ ने बताया कि उसके बड़े भाई हाशिम को यहां से लेकर गए थे, लेकिन अब वह जिंदा नहीं है. श्यामनाथ ने बताया कि हमने हाशिम की शादी भी करा दी है. वह अपने परिवार वालों से मिल सकता है, लेकिन उसे उनके साथ ही रहना पड़ेगा, क्योंकि अब वह ही उसका परिवार है.

मां बोली यही मेरा बेटा..
हाशिम की मां अमतुल का कहना है कि बेटा कुछ दिनों पहले सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए तब उन्होंने उसे पहचान लिया था. सपेरों से पूछताछ करने पर वें खुद हाशिम को लेकर घर पहुंचे. मां ने कहा कि मेरा बेटा जिंदा है, अब मुझे कोई तकलीफ नही है. 30 वर्ष बाद लौटे हाशिम को देखने के लिए गांव की भीड़ जुट गई और यह एक आश्चर्य का विषय भी बना हुआ है.

शामली: जिले के जहानपुर गांव में 30 साल पहले एक किशोर को सांप काटने के बाद उसे मृत समझकर दफना कर दिया गया था. उसी दौरान एक सपेरे मृत किशोर को कब्र से बाहर निकालकर अपने साथ ले गए थे. अब युवक अपने परिजनों से मिलने घर पहुंचा तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई.

मरा हुआ बेटा लौटा वापस.

30 वर्ष बाद लौटा मृत बेटा

कैराना क्षेत्र के गांव जहानपुरा निवासी इलियास उर्फ लियासा का बेटा हाशिम करीब 30 वर्ष पूर्व अपने खेत पर गया हुआ था. उस समय हाशिम की उम्र आठ साल थी और खेत पर काम करते समय उसे सांप ने डस लिया था. परिजनों ने हाशिम को मृत मानते हुए गांव में स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था. हासिम की मां ने बताया कि सपेरों ने उसके बेटे को कब्र से बाहर निकाल लिया था. मां ने बताया कि बेटा सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए आया था और मां बेटे ने एक दूसरे को पहचान लिया. परिजनों ने सपेरों से संपर्क किया और हाशिम दो सपेरों के साथ अपने घर पहुंचा.

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सपेरों ने बचाई थी जान
हासिम की मौत के बाद परिजनों को सूचना मिली थी कि उनके बेटे की कब्र से छेड़छाड़ हुई है. परिजन तभी से उसके तलाश में जुटे हुए थे. हाशिम के साथ घर पहुंचे सपेरे श्यामनाथ ने बताया कि उसके बड़े भाई हाशिम को यहां से लेकर गए थे, लेकिन अब वह जिंदा नहीं है. श्यामनाथ ने बताया कि हमने हाशिम की शादी भी करा दी है. वह अपने परिवार वालों से मिल सकता है, लेकिन उसे उनके साथ ही रहना पड़ेगा, क्योंकि अब वह ही उसका परिवार है.

मां बोली यही मेरा बेटा..
हाशिम की मां अमतुल का कहना है कि बेटा कुछ दिनों पहले सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए तब उन्होंने उसे पहचान लिया था. सपेरों से पूछताछ करने पर वें खुद हाशिम को लेकर घर पहुंचे. मां ने कहा कि मेरा बेटा जिंदा है, अब मुझे कोई तकलीफ नही है. 30 वर्ष बाद लौटे हाशिम को देखने के लिए गांव की भीड़ जुट गई और यह एक आश्चर्य का विषय भी बना हुआ है.

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उत्तर प्रदेश के शामली में सर्पदंश के चलते परिजनों द्वारा मरा हुआ समझकर कब्र में दफनाया गया लड़का 30 साल बाद अपने घर लौट आया. युवक को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ आई. सभी लोग इसे अचंभा बता रहे हैं.

Body:शामली: जिले के जहानपुर गांव में 30 साल पहले सांप के काटने के बाद एक किशोर को मृत समझकर उसके माता पिता ने कब्र में दफन कर दिया था, लेकिन कहा जा रहा है कि उस दौरान सपेरे उसे कब्र से निकालकर अपने साथ ले गए थे. अब युवक अपने परिजनों से मिलने घर पहुंचा, तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई.

क्या है पूरा मामला?
. कैराना क्षेत्र के गांव जहानपुरा निवासी इलियास उर्फ लियासा का बेटज्ञ हाशिम करीब 30 वर्ष पूर्व अपने खेत पर गया हुआ था.

. उस समय हाशिम की उम्र आठ साल थी. खेत पर काम करते समय उसे सांप ने डस लिया था.

. परिजनों ने हाशिम को मृत मानते हुए उसे गांव में स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया था.

. हासिम की मां ने बताया कि सपेरों ने उसके बेटे को कब्र से बाहर निकाल लिया था, जिसका उन्हें बाद में पता चला.

. मां ने बताया कि बेटा सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए आया था, तो मां—बेटे ने एक दूसरे को पहचान लिया था.

. इसके बाद परिजनों ने सपेरों से संपर्क किया, तो हाशिम दो सपेरों के साथ अपने घर पहुंचा, जिसे देखने के लिए भीड़ जुट गई.

Conclusion:सपेरों ने बचाई जान
हासिम की मौत के बाद परिजनों को सूचना मिली थी कि उनके बेटे की कब्र से छेड़छाड़ हुई है. परिजन तभी उसे उसकी तलाश में जुटे हुए थे. हाशिम के साथ घर पहुंचे सपेरे श्यामनाथ ने बताया कि उसके बड़े भाई हाशिम को यहां से लेकर गए थे, लेकिन अब वह जिंदा नही है. श्यामनाथ ने बताया कि हमने हाशिम की शादी भी करा दी है. वह अपने परिवार वालों से मिल सकता है, लेकिन उसे उनके साथ ही रहना पड़ेगा, क्योंकि अब वें ही उसका परिवार है.

मां बोली यही मेरा बेटा..
हाशिम की मां अमतुल का कहना है कि बेटा कुछ दिनों पहले सपेरों के साथ गांव में तमाशा दिखाने के लिए तब उन्होंने उसे पहचान लिया था. सपेरों से पूछताछ करने पर वें खुद हाशिम को लेकर घर पहुंचे. मां ने कहा कि मेरा बेटा जिंदा है, अब मुझे कोई तकलीफ नही है.


बाइट 1: श्यामनाथ, सपेरा
बाइट 2: हासिम, घर लौटा युवक
बाइट 3: अमतुल, मां

नोट: खबर में मां की बाइट भेजी गई है. स्क्रिप्ट में भी हल्का बदलाव किया गया है. अन्य वीजुअल पूर्व की फाइल में भेजी जा चुके हैं
फाइल नंबर: Up_sha_02_grave_alive_vis_upc10116

रिपोर्टर: सचिन शर्मा
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