शामली: श्रावण मास की पूर्णिमा और रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जिले के यमुना घाटों पर स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिला. श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान कर परिवार में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की.
जिले के कैराना और झिंझाना स्थित यमुना घाटों पर श्रावण मास की पूर्णिमा और रक्षाबंधन पर्व पर हरियाणा और यूपी के श्रद्धालु स्नान के लिए उमड़ते नजर आए. इस दौरान कैराना और झिंझाना क्षेत्र में पुलिस विभाग भी चौकसी बरतता नजर आया. यमुना में स्नान के दौरान होने वाले हादसों के मद्देनजर पुलिस लोगों से किनारों पर ही बैठकर स्नान करने की अपील करती नजर आई. मौके पर जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर यमुना घाटों पर तैनात किए गए गोताखोर भी अलर्ट दिखे.
जलस्तर में आई गिरावट से राहत
पहाड़ों में बारिश के चलते पिछले दिनों ताजो वाला बांध से यमुना नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इसके चलते रविवार को कैराना स्थित यमुना ब्रिज का जलस्तर 228.95 मीटर तक पहुंचा गया था, जिसके चलते तटवर्ती गांवों में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा था. सोमवार को यमुना के जलस्तर में गिरावट देखने को मिला. सुबह 8 बजे यमुना ब्रिज पर जलस्तर 228.50 मीटर दर्ज किया गया.
प्रशासन ने कर ली थी पूरी तैयारी
55 घंटे का लॉकडाउन समाप्त होने, श्रावण मास की पूर्णिमा और रक्षाबंधन के चलते यूपी-हरियाणा बॉर्डर स्थित यमुना ब्रिज पर सोमवार को लोगों की आवाजाही बढ़ गई. लोग भारी संख्या में यमुना नदी में स्नान के लिए भी पहुंचे. बॉर्डर पर जाम न लगे, इसके लिए पूर्व में ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए थे. स्नान के लिए पहुंचने वाले लोगों को भी किनारों पर ही रहने की हिदायत देते हुए सभी से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की भी अपील की गई.