शामली: चार महीने पहले हुई विवाहिता की मौत के मामले में परिजनों ने ससुरालियों पर जहर देकर हत्या का आरोप लगाया है. मामले में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है. इसके बाद मृतका के शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
यह है पूरा मामला
जिले के गांव बलवा निवासी ग्रामीण शब्बीर ने तीन माह पूर्व कोर्ट के आदेश पर कैराना कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायकर्ता ने बताया था कि उसने अपनी बेटी आसमा का निकाह 29 अक्तूबर 2017 को कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव गोगवान निवासी सारिक से किया था. पिता का आरोप था कि 18 जून 2020 को उन्हें ससुरालियों द्वारा बेटी को जहरीला पदार्थ खिलाने की सूचना मिली थी. उपचार के दौरान बेटी की मौत हो गई.
परिजनों की नहीं हुई सुनवाई
आरोप था कि मायका पक्ष ने ससुरालियों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी थी, लेकिन उनकी सुनवाई नही हुई. इसके बाद उन्होंने कोर्ट की शरण ली थी. कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़ित पक्ष द्वारा डीएम शामली को प्रार्थना पत्र देकर शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी. डीएम के आदेश पर गुरुवार को एसडीएम सदर संदीप कुमार और सीओ सिटी प्रदीप सिंह की मौजूदगी में बलवा गांव में विवाहिता का शव कब्र से बाहर निकाला गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
अधिकारियों की मौजूदगी में मृतका के शव को कब्र से बाहर निकालते हुए पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया है. सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने बताया कि डॉक्टरों के विशेष पैनल शव का पोस्टमार्टम करेगा. इससे विवाहिता की मौत के कारण जानने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मुकदमे में अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.