शामली: देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन जारी है. इसी दौरान गुरुवार को शामली में कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ी एक गंभीर लापरवाही सामने आई थी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन बुजुर्ग महिलाओं को कोरोना का टीका लगाने के बजाय एंटी रैबीज का टीका लगा दिया गया था. वैक्सीन की जगह कुत्ते काटने का टीका के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया था. इस मामले में डीएम शामली द्वारा जांच के उपरांत सख्त कार्रवाई अमल में लाई गई है.
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इन पर की गई कार्रवाई
डीएम शामली जसजीत कौर ने बताया कि कांधला सीएचसी प्रकरण में विस्तृत जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है. जांच में पाया गया है कि तीन महिलाएं सीएचसी पर कोविड वैक्सीनेशन कराने के लिए गई थी, परंतु वें भूलवश फर्स्ट फ्लोर पर स्थिति वैक्सीनेशन कक्ष में नही गई, वे लोग जनरल ओपीडी में चली गई. जांच में पता चला है कि वहां पर मौजूद फार्मासिस्ट नरेश शर्मा किसी कार्य से ड्यूटी छोड़कर निकल गया था. उसके द्वारा बिना किसी की जानकारी में दिए जनऔषधि केंद्र के एक प्राईवेट फार्मासिस्ट ताहिर हुसैन को लोगों को एआरवी देने के लिए बोल दिया गया. उस फार्मासिस्ट द्वारा इन तीनों महिलाओं को बगैर कोई कागज देखे एंटी रैबीज का टीका लगा दिया गया. इसके संबंध में जो जांच प्राप्त हुई है, उसके अनुसार सीएमओ को निर्देशित करते हुए अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट को तत्काल रूप से सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. बिजेंद्र सिंह को चेतावनी निर्गत करने और अस्पताल में काम कर रहे जन औषधि केंद्र के प्राईवेट फार्मासिस्ट की सेवा समाप्ति के लिए भी निर्देशित कर दिया गया है.