शाहजहांपुर : 12 जिलों को जोड़ने वाले और 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Express Way) के रिमोट का बटन दबाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाहजहांपुर में शिलान्यास कर दिया है. शाहजहांपुर के रेलवे ग्राउंड रोजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम था. यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने सीएम योगी की भी जमकर तारीफ की. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा भी दिया- UP+YOGI, बहुत हैं UPYOGI (यूपी + योगी, बहुत हैं उपयोगी).
इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने स्थानीय भाषा में लोगों का अभिवादन करते हुए हर-हर गंगे का जयकारे लगाए. पीएम मोदी ने सबसे पहले काकोरी से क्रांति की अलख जगाने वाले वीर शहीद क्रांतिकारी रामप्रसाद बिसमिल, अशफाक उल्लाह खान और रोशन सिंह को याद करते हुए नमन करते हुए कहा कि 'इहां आप लोगन का आशीर्वाद हौ कि ई माटी के माथे पर लगले क सौभाग्य मिलल.' 'इत्तो ही नहीं अनुशासन और वफादारी क संकल्प निभावे वाले स्काउट गाइड के जनक की ई धरती को हम प्रणाम करत हईं.'
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज यूपी के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू हो रहा है. उन्होंने कहा कि रामचरित मानस में कहा गया है मां गंगा उन्नति और प्रगति का स्रोत हैं. मां गंगा सारी पीड़ा हर लेती हैं. ऐसे ही गंगा एक्सप्रेस-वे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा.
पीएम ने कहा कि ये एक्सप्रेसवे के जरिए हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. वो दिन दूर नहीं जब यूपी की पहचान नेक्स्ट जेनरेशन वाले सबसे आधुनिक राज्य के रूप में होगी. पीएम ने कहा कि अब यूपी के एक शहर से दूसरे शहर जाने में पहले से कम समय लगेगा. यूपी के 12 जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे दिल्ली और बिहार की दूरी भी कम कर देगा. उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेसवे किसानों के लिए बेहद मददगार साबित होगा. पीएम ने कहा कि किसान हों या फिर युवा, ये सबके लिए अनंत संभावनाओं का एक्सप्रेसवे है.
पीएम मोदी ने की योगी आदित्यनाथ की तारीफ
पीएम मोदी ने कहा- ऐसे ही होता है दमदार काम, ईमानदार काम. जो भी समाज में पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, योजनाओं का लाभ पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है. आजादी के बाद पहली बार आज गरीब का दर्द समझने वाली, गरीब के लिए काम करने वाली सरकार बनी है. विकास के ऐसे ही कामों से गरीब, पिछड़ों का जीवन बदलता है.
पीएम मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा- हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल ऐसे रहे हैं, जिन्हें देश की विरासत और विकास से भी दिक्कत थी. उन्हें देश की विरासत से इसलिए दिक्कत थी, क्योंकि उन्हें वोटबैंक की राजनीति की चिंता थी.
पीएम ने कहा- यूपी में योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में सरकार बनने से पहले, पश्चिम यूपी में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी, इससे आप भलीभांति परिचित हैं. पहले यहां क्या कहते थे ? दिया बरे तो घर लौट आओ, क्योंकि सूरज डूबता था, तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर आ धमकते थे. आज जब उस माफिया पर बुल्डोजर चलता है, बुलडोजर तो गैरकानूनी इमारत पर चलता है, लेकिन दर्द उसको पालने-पोसने वालों को होता है. इसीलिए आज यूपी की जनता कह रही है 'UP+Yogi' बहुत है UPYOGI (यूपी + योगी, बहुत हैं उपयोगी).
594 किमी का है गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Express Way)
बता दें कि इस एक्सप्रेस-वे से कुल 12 जिले मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज जुड़ेंगे. एक्सप्रेस-वे की प्रस्तावित लम्बाई 594 किमी है. एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज के जुडापुर दांदू ग्राम तक जाएगा. इतना ही नहीं 519 गांवों से होकर एक्सप्रेस वे गुजरेगा. इसकी कुल लागत 36,230 करोड़ रुपये है. मेरठ में 15 किमी, हापुड़ में 33, बुलंदशहर में 11, अमरोहा में 26, संभल में 39, बदायूं में 92, शाहजहांपुर में 40, हरदोई में 99, उन्नाव में 105, रायबरेली में 77, प्रतापगढ़ में 41 व प्रयागराज में 16 किमी एक्सप्रेस का सफर होगा. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे को यह उन्नाव के नजदीक जोड़ेगा.
आठ लेन तक चौड़ा किया जा सकेगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण छह लेन (8 लेन में विस्तार संभव) में प्रस्तावित किया गया है. इसकी चौड़ाई 120 मीटर होगी. डिजाइन स्पीड 120 किमी प्रति घंटा, जन सुविधा परिसर नौ, मुख्य टोल प्लाजा दो मेरठ एवं प्रयागराज, रैम्प टोल प्लाजा 15 प्रस्तावित किए गए हैं.
नदियों पर बनेंगे दो बड़े पुल
गंगा पर लगभग 960 मीटर एवं रामगंगा पर लगभग 720 मीटर लंबाई के पुल बनाए जाएंगे. शाहजहांपुर के समीप हवाई पट्टी भी प्रस्तावित की गई है. इस परियोजना के अंतर्गत 14 दीर्घ सेतु, 126 लघु सेतु, 929 कलवर्ट्स, सात आरओबी, 50 वीयूपी, 171 एलवीयूपी, 154 एसवीयूपी, 28 फ्लाईओवर्स, दो ट्रम्पेट, सात डबल ट्रम्पेट, 08 डायमण्ड इंटरचेन्ज, 9 वे साइड एमेनिटीज तथा 17 नोड डेवलपमेन्ट प्रस्तावित किए गए हैं.