शाहजहांपुर: सदर तहसील के सिमरिया सहसपुर गांव में करीब चार साल पहले एक मजदूर का बेटा बीमार पड़ गया. मां-बाप ने उसका काफी इलाज कराया, लेकिन उसको कही से कुछ फायदा नहीं हुआ. धीरे-धीरे बच्चा बीमारियों की जकड़ में आता गया और अचानक पागलों जैसी हरकतें करने लगा. इतना ही नहीं मानसिक रूप से कमजोर हो चुका बच्चा घर के बाहर लोगों को नुकसान पहुंचाने लगा.
परिवार वालों का आरोप, नहीं मिलता है योजनाओं का लाभ
परिवार वालों का कहना है कि वह घर के बाहर आने जाने वालों पर हमला कर देता है. जब लोगों ने इसकी शिकायत परिवार से की तो मजबूरी मे आकर उन्हें अपने बच्चे को घर के अंदर जंजीरों से बांधकर रखना पड़ रहा है. वहीं परिवार वालों का कहना है कि सरकारी योजनाएं गरीबों के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन उनके परिवार को सरकारी योजनाओं का कोई भी लाभ नहीं मिला है.
उन्होंने बताया कि उनका बेटा बीमार पड़ा हुआ है और सरकार उनके बीमार बच्चे का इलाज नहीं करवा रही है. इसी के कारण हमें अपने बच्चे को घर पर जंजीरों से बांधना पड़ रहा है. उनका मानना है कि उनका बेटा बाहर किसी का नुकसान कर देगा तो उसकी भरपाई वह नहीं कर पाएंगे. इसी डर से अपने बच्चे को बांधकर रखते हैं.
बीमार बच्चे की मां ने सरकार से अपने बच्चे के इलाज की गुहार लगाई है साथ ही मां का कहना है कि उनको भी सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए जैसे और लोगों को मिलता है.
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